सिरसा। हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अनिल विज लगातार ऊल-जलूल बयान दे रहे हैं।
शायद उनको यह आभास अभी नहीं हुआ है कि उनके बयान बीते वक्त की बात हो चुके हैं।
अब वे विधायक के अलावा किसी पद पर नहीं हैं इस लिए उनकी बात की तवज्जो जनता में नहीं है।
वे मंत्री रहते हुए भी ऐसे बयानबाजी करते रहे हैं जिससे वे चर्चा में रहे। पर जनता का सवाल यह है कि उन्होंने बयानबाजी के अलावा जमीनी स्तर पर कोई ऐसा काम किया है कि जिसका वे बखान कर सकें।
सिर्फ बात करना या लच्छेदार भाषण देना जनता का पेट नहीं भर सकती। लोगों को कामकाज में सरलता महसूस हो लोग यह चाहते हैं।
आए दिन ऐसे फैसले लेकर जिससे जनता परेशान हो और उसके बाद विज साहब के भाषण मेल नहीं खा रहे।
लोग काम चाहते हैं बयानबाजी नहीं । बीजेपी शायद बयानबाजी को ही काम से बढ़ कर मंत्र मान रही है।
अगर यह सच है तो आगामी चुनावों में मालूम पड़ जाएगा। काम सर्वाेपरी होता है यह बीजेपी को कौन समझाए।
वे तो किसी और धुन में मस्त प्रतीत हो रहे हैं। और एक खास बात और कि सत्ता 36 बिरादरी के सम्मान से आती है
न किसी एक वर्ग विशेष से शायद यह भी बीजेपी को विधानसभा चुनाव के बाद समझ में आएगी।