लोकसभा चुनावों में प्रचार के लिए भूपेंद्र हुड्डा व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नहीं आए सिरसा, लोगों में बना चर्चा का विषय
खबरें हिंदुस्तान, 22 मई। हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी हमेशा ही जगजाहिर रही है। इस बार भी लोकसभा प्रत्याशियों को लेकर हुड्डा ग्रुप व कुमारी सैलजा, किरण चौधरी व रणदीप सुरजेवाला (एसकेआर) गुटों में टिकटों के बंटवारे को लेकर खूब खिंचातान चली थी।
आखिर हुड्डा ग्रुप इसमें बाजी मार गया और हरियाणा में ज्यादा सीटों पर अपने चहेतों को टिकट दिलवाने में सफल भी रहा। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेशाध्यक्ष का सिरसा न आना लोगों में खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि हुड्डा ग्रुप के नेता कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार में जुटे हुए है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या अब भी दोनों गुटों में खिंचातान है या नहीं? पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सिरसा को छोडक़र शेष सभी कांग्रेसी प्रत्याशियों के लोकसभा क्षेत्र में पहुंच कर प्रचार किया।
पर अब तक वे सिरसा नहीं पहुंचे है। चूंकि कांग्रेस के हरियाणा के प्रधान भी हुड्डा खेमे से संबंधित है इस लिए वे भी सिरसा में कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा के प्रचार के लिए नहीं आए है। अब प्रचार में महज एक दिन शेष रहा गया है। 23 मई की शाम को प्रचार बंद हो जाएगा।
ऐसे में अब तक भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष का सिरसा के आने का कोई कार्यक्रम भी तय नहीं है। तो कहा जा सकता है कि उक्त दोनों ही कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से सिरसा लोकसभा में प्रचार से परहेज किया है।
इसके क्या कारण है यह तो पार्टी के सीनियर नेताओं को ही मालूम है पर लोगों में गुटबाजी को लेकर चर्चाएं चल रही है।
हालांकि दो दिन पूर्व सिरसा में कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने गुटबाजी के बारे में कहा था कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। अगल-अलग नेताओं के विचार और महत्वाकांक्षाएं अलग हो सकती है।
उन पर बाद में भी कुछ किया जा सकता है पर फिलहाल लोकसभा चुनावों को लेकर सभी नेताओं का एक ही विचार है कि कांग्रेस के खाते में ज्यादा से ज्यादा सीटें कैसे डाली जाएं।