एक सैनिक का जीवन देश को समर्पित होता है: डॉ. ढींडसा

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युवा भारत की शक्ति है, उनका सक्रिय हिस्सा राष्ट्र निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण : कैप्टन योगेन्द्र यादव

जेसीडी विद्यापीठ में परमवीर चक्र विजेता योगेन्द्र यादव के आगमन पर समारोह।

सिरसा 10 मई, 2024 : जननायक चौ. देवीलाल विद्यापीठ सिरसा के शिक्षण महाविद्यालय के सभागार कक्ष में कैप्टन योगेन्द्र यादव उच्चतम भारतीय सैन्य सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित के सम्मान में एक समारोह का आयोजन किया गया।

इस समारोह की अध्यक्षता विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने की। इस कार्यक्रम के संयोजक शिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि कैप्टन योगेंद्र यादव, 18 ग्रेनेडियर्स के साथ कमांडो प्लाटून ‘घातक’ का हिस्सा थे।

वे 4 जुलाई 1999 को टाइगर हिल पर 1000 फीट ऊंची चट्टान पर तीन सामरिक बंकरों को कब्जा करने के लिए नामित किए गए थे।

यादव ने दुश्मनी में जान की परवाह किए बिना चट्टान पर चढ़कर रस्सियों को स्थापित किया, और दुश्मन को स्तब्ध करके अन्य कमांडो को चट्टान पर चढ़ने का मौका दिया।

मेज़र योगेन्द्र यादव ने उपस्थित विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब सैनिक अपना कर्तव्य निभाता है तो देश चैन की नींद सोता है। एक सैनिक का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य बिना किसी स्वार्थ के अपने देश की सेवा करना है।

एक व्यक्ति आमतौर पर अपनी मातृभूमि के प्रति प्रेम और उसकी रक्षा के लिए सेना में भर्ती होता है। भले ही वे जानते हैं कि उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, फिर भी वे अपने देश के लिए ऐसा करते हैं।

अपने संवाद में उन्होंने अपने कारगिल युद्ध के अनुभव साझे किएं। मेज़र योगेन्द्र यादव ने कहा कि हम भारतीय बहुत ही शौभाग्यशाली हैं कि हमारा जन्म भारत की पवित्र भूमि पर हुआ है।

भारत युवाओं का राष्ट्र है आगे आकर राष्ट्र के निर्माण और समाज उत्थान में भूमिका निभानी चाहिए । उन्होंने कहा कि युवा भारत की शक्ति है, उनका सक्रिय हिस्सा राष्ट्र निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण है।

मुख्य अतिथि मेजर योगेंद्र यादव का सम्मान करते हुए विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने कहा कि एक सैनिक का जीवन देशभक्तिपूर्ण होता है,

क्योंकि वह अपने जीवन की कीमत पर भी मातृभूमि की रक्षा करने के विचार से अभिभूत होता है; कठिन, क्योंकि उन्हें महीनों तक परिवार और दोस्तों से दूर रहना पड़ता है, वह भी कुछ सबसे कठिन परिस्थितियों में; जोखिम भरा है क्योंकि वे हमारी सीमाओं को सुरक्षित करते हैं।

मेजर योगेन्द्र यादव एक सैन्य अधिकारी रहे है जिन्हें कारगिल युद्ध के दौरान 4 जुलाई 1999 की कार्रवाई के लिए उच्चतम भारतीय सैन्य सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।

मात्र 19 वर्ष की आयु में परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले ग्रेनेडियर यादव, सबसे कम उम्र के सैनिक हैं जिन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ।

इस अवसर विद्यापीठ के कुलसचिव डॉ. सुधांशु गुप्ता, सभी महाविद्यालय के प्राचार्य, प्राध्यापक गण व विद्यार्थी उपस्थित थे।

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