सिरसा, 23 मार्च। झोरड खाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद झोरड ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित दो मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि कुछ ही हफ्तों के अंतराल में, केंद्र सरकार ने दो राज्यों मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा है कि जिस प्रकार से विपक्षी दलों के नेताओं को ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई के द्वारा प्रताडि़त किया जा रहा है, उसके चलते देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति बन गई है।
झोरड ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार ऐसा महसूस हो रहा है कि देश में लोकतंत्र का गला घोटा जा रहा है। भाजपा सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। भाजपा सरकार ने देश में अघोषित इमरजेंसी लगा रखी है और यह सरकार विपक्ष की आवाज को कुचलने का काम कर रही है। भाजपा सरकार ने कांग्रेस पार्टी के अकाउंट को फ्रिज करके देश के लोकतंत्र को ही फ्रिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि देश में आचार संहिता लगी हुई है।
लेकिन ठीक चुनाव के मध्य विपक्षी दलों के विरूद्ध इस तरह की कार्रवाई राजनीतिक द्वेष को दर्शाती है। स्वस्थ लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव का होना जरूरी है। निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रत्येक दल को लेवल प्लेयिंग फील्ड मिलना चाहिए। चुनाव के दौरान सभी दलों को समान अवसर प्राप्त होने आवश्यक है। लेकिन सत्ताधारी बीजेपी देश की राजनीति पर एकाधिकार स्थापित करने की मंशा से लगातार विपक्ष को निशाना बना रही है।
स्वतंत्र जांच एजेंसियों द्वारा विपक्षी नेताओं पर आनन-फानन में कार्रवाई की जा रही है। बिना दोष साबित किया विपक्ष के नेताओं को जेल भेजा जा रहा है। इंडिया गठबंधन की सहयोगी आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के विरुद्ध की गई कार्रवाई, इसी कड़ी का हिस्सा प्रतीत होती है। उन्होंने कहा कि आज पेट्रोल-डीजल, सीएनजी, पीएनजी, एलपीजी के दाम बढ़ रहे हैं। आटा, घी, पनीर, दूध, छाछ तक पर जीएसटी थोप दी है।
महंगाई बढ़ रही है और लोगों की आय घटती जा रही है। क्योंकि आज बेरोजगारी अपने चरम पर है, लेकिन सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है। और यह सरकार अपने तानाशाही रवैए के साथ जनता को परेशान कर रही है।