-पांच साल में नहीं बना पाई अपना वोट बैंक, पार्टी द्वारा करवाए गए सर्वे में आई नेगेटिव रिपोर्ट
-क्या अब पार्टी के उम्मीदवार की करेंगे मदद, या फिर दिखाएंगी बगावती तेवर
सिरसा, 14 मार्च। भारतीय जनता पार्टी ने 2019 के लोक सभा चुनावों में सुनीता दुग्गल को उम्मीदवार बनाया और वे तीन लाख से अधिक मतों से विजयी हुईं। पर इस बार पार्टी ने उन पर भरोसा नहीं जताया। हालांकि वे मौजूदा सांसद भी है। पर टिकट कटने के पिछे कई कारण माने जा रहे है। अब उनकी जगह पर अशोक तंवर को मैदान में उतारा गया है, जिनको सुनीता दुग्गल ने 2019 के चुनावों में पराजित किया था।
अब देखना यह है कि पार्टी के फैसले को स्वीकार करते हुए सुनीता दुग्गल भाजपा की तरफ से मैदान में उतारे गए अशोक तंवर का जीजान से साथ देती है या फिर बगावती तेवर दिखाती है।
दरअसल भाजपा की तरफ से अगल-अलग तीन सर्वे करवाए गए थे। जिसमें सुनीता दुग्गल की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। भाजपा किसी भी सूरत में सीट का रिस्क नहीं लेना चाहती थी, इस लिए आम आदमी पार्टी से तोडक़र अशोक तंवर को भाजपा में शामिल किया गया और उनको अब सिरसा से उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने सुनीता दुग्गल से अशोक तंवर को बेहतर चेहरा समझा है। बताया जा रहा है कि सुनीता दुग्गल का पांच सालों में अफसरशाही स्टाइल रहा। क्योंकि वे सांसद बनने से पहले अफसर थी। ये कार्यकर्ताओं को भाया नहीं। न ही कार्यकर्ताओं के बीच ज्यादा समय दे पाई।
कार्यकर्ताओं से निरंतर बनाई गई दूरी और अफसरशाही स्टाइल के कारण कार्यकर्ता ही उन से कटने लगे। ऐसी स्थिति में आम मतदाता कैसे उनके साथ चलेंगे ये भी चिंतन में रखा गया। इसके अलावा वे पांच साल में व्यक्तिगत वोट बैंक खड़ा नहीं कर पाई। अशोक तंवर में सब इनसे उल्ट है, इसी लिए पार्टी ने उनको सुनीता दुग्गल की टिकट काट कर मैदान में उतारने में जरा भी गुरेज नहीं किया और हरियाणा की जारी की गई पहली सूची में अशोक तंवर का नाम आ गया।
हालांकि सुनीता दुग्गल ने हुड्डा सेक्टर में अपनी खुद की कोठी भी खरीद ली ताकि लोगों के बीच में रह सके पर उनके पास पांच सालों में कार्यकर्ताओं के रही समय की कमी उनकी टिकट कटने का एक बड़ा कारण रहा। इसके अलावा किसान आंदोलन के दौरान किसानों के साथ कई बार हुई नोकझोंक भी उन पर भारी पड़ी। किसानों को उन्होंने आदर सत्कार देने की बजाय उनके साथ भी अफसरशाही रवैया अपनाया जिस कारण आम मतदाता में उनकी छवि नेगेटिव बनती गई।
इस प्रकार रहा था सिरसा लोक सभा का 2019 का परिणाम
बीजेपी-सुनीता दुग्गल-714351
कांग्रेस- अशोक तंवर-404433
इनेलो – चरणजीत रोडी-88093
जजपा- निर्मल सिंह- 95914
बसपा- जनकराज-25107