जमीन की गिरदावरी, फसलों के नुकसान व नहर में हर दिन कितना बहा पानी की भी रिपोर्ट करेंगी तैयार
हरियाणा मार्केटिंग बोर्ड सूबे के हर गांव में एक महिला को उपलब्ध कराएगा एक ड्रोन, स्वावलंबन से होगा महिला सशक्तिकरण का नारा सार्थक
चंडीगढ। हरियाणा मार्केटिंग बोर्ड की तरफ से स्वावलंबन से होगा महिला सशक्तिकरण का नारे सार्थककरती एक योजना के तहत प्रदेश में एक नई पहल की गई है । जिसके तहत हर गांव में एक महिला को ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण देकर उसे अनुदान पर ड्रोन उपलब्ध करवाया जाएगा । जिससे न केवल महिलाओं को रोजगार मिलेगा बल्कि जमीनी कामकाज में भी लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।
हरियाणा मार्केटिंग बोर्ड द्वारा पहले चरण में प्रदेश में एक हजार गांवों की एक हजार महिलाओं का चयन किया गया है, उसके बाद हर गांव से एक महिला का चयन किया जाएगा। योजना से जहां महिलाओं को प्रेरणा मिलेगी वहीं किसानों को अपने गांव में ही कई प्रकार की सुविधाएं मुहैया हो सकेंगी।
इस बारे में हरियाणा मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन चौ. आदित्य देवीलाल ने विशेष बातचीत के दौरान बताया कि हरियाणा मार्केटिंग बोर्ड की तरफ से प्रदेश के हर गांव से एक महिला को ड्रोन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। पहले चरण में एक हजार गांवों से महिलाओं का चयन किया गया है उसके बाद पूरे सूबे से हर गांव से एक-एक महिला को ड्रोन का प्रशिक्षण देकर उन्हें 30 प्रतिशत अनुदान पर आसान किस्तों पर ड्रोन मुहैया करवाया जाएगा ।
उन्होंने बताया कि इस ड्रोन से गांव के खेतों में स्प्रै की जा सकेगी । साथ ही इसमें ऐसा कैमरा लगा होगा जो बताएगा कि फसल में किस प्रकार की बीमारी है और उसके लिए क्या करना चाहिए आदि । फसलें खराब होती है तो भी इस ड्रोन के माध्यम से गांव के रकबे की रिपोर्ट तैयार की जाएगी । विशेष बात यह रहेगी कि गांव के रकबे के बाहर ड्रोन काम नहीं करेगी क्योंकि गांव के रकबे के हिसाब से ही ड्रोन को इंस्टॉल किया जाएगा, इस लिए ड्रेन के चोरी होने व मिसयूज होने की संभावना नहीं रहेगी ।
इस योजना से हर गांव की एक महिला को रोजगार भी मिलेगा और लोगों को सुविधा भी मिलेगी । हरियाणा मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन चौ. आदित्य देवीलाल ने कहा कि लोगों को जमीनी स्तर पर सुविधाएं दिलाने के लिए इसके अलावा और भी कई योजनाएं चलाई जा रही है।
आदित्य देवीलाल ने बताया कि ड्रोन से गिरदावरी, मैपिंग, भूमि की मेजरमेंट आदि काम करने पर राजस्व विभाग द्वारा संबंधित महिला को प्रति एकड़ के हिसाब से भुगतान करेगा । इससे गांव के जमीनी कामकाज आसान होंगे वहीं समय की भी बचत होगी । जो किसान अपने खेतों में स्प्रै करवाना चहेगा उससे प्रति एकड़ के हिसाब से निर्धारित फीस संबंधित महिला द्वारा ली जाएगी ।
इसके अलावा गांव के रकबे से गुजरने वाली नहर के पानी की रोज जांच की जाएगी और उसकी रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड की जाएगी । तमाम प्रकार की जमीनी व पानी की रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड हो सकेगी जिसके आधार पर संबंधित विभागों को कामकाज अपडेट करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों द्वारा दिए जाएंगे ।