सिरसा। गांव चुली बागडीयान निवासी कांग्रेस नेता इंद्राज घुंघवाल ने कांग्रेस पार्टी से सिरसा लोक सभा के लिए टिकट की मांग की है। उन्होंने पार्टी को किए गए आवेदन में बताया है कि उनका परिचार पीढियों से कांग्रेस पार्टी की सेवा करता आ रहा है। उन्होंने पार्टी को तर्क देते हुए कहा कि यदि पार्टी उनको टिकट देकर मैदान में उतारती है तो वाल्मीकि समाज का पार्टी की तरफ रूझान बढ़ेगा, क्योंकि वह वाल्मीकि समाज से संबंधित है।
उन्होंने बताया कि जब 1977 व 1987 में लोग विपक्षी नेताओं के बहकावे में आकर कांग्रेस के खिलाफ हो गए थे और पार्टी को बुरी हार का सामना करना पड़ा था, तब भी मैं और मेरा परिवार मजबूती के साथ कांग्रेस के साथ खड़े रहे थे। उन्होंने बताया कि मेरा पालन मेरे बहनोई गोवर्धन दास चौहान ने अपने पास रख कर किया। मेरे बहनोई गोवर्धन दास चौहान ने 1968 में पहला चुनाव कांग्रेस पार्टी से विधान सभा क्षेत्र बरवाला से लड़ा था और वे जीत कर मंत्री भी बने थे।
इसके बाद 1972, 1977, 1982 व 1987 तक डबवाली विधान सभा से कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़े प मंत्री परिषद में रहे। उन्होंने बताया कि वर्ष 1991 में डबवाली विधान सभा से मेरी भांजी संतोष चौहान को कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवार बनाया। वह चुनाव जीतकर भजन लाल सरकार में मंत्री भी बनी। मैने में भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर पूरी मेहनत की। उन्होंने बताया कि सिरसा संसदीय क्षेत्र के विधान सभा क्षेत्रों में मुझे किसी ने किसी रूप में कार्य करने का अवसर मिलता रहा है इस लिए लोगों के बीच अच्छी पहचान बनी हुई है।
उन्होंने बताया कि अब वे कई पदों पर काम कर चुके है। जिनमें अखिल भारतीय वाल्मीकि पंचायत का जिलाध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी व सलाहकार रहा। सर्व समाज समता संघ का प्रदेश उपाध्यक्ष रहा, आजाद नगर हिसार की भाईचारा कमेटी का प्रधान हूं व भारतीय किसान यूनियन का हलका आदमपुर का अध्यक्ष हूं।
इंद्राज घुंघवाल ने बताया कि मैने 40 वर्ष तक सरकार कर्मचारी के तौर पर ईमानदारी के साथ सेवा की है। जिसके तहत स्थानीय निकाय व खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में सेवा दी। अपने सेवाकाल के दौरान 1993 से 1996 तक डबवाली hu में नगर पालिका में सचिव के पद पर व पांच वर्ष तक सिरसा नगर परिषद में मुख्य लिपिक पद पर व उपेक्षित दलित समाजिक परिषद का प्रदेश अध्यक्ष हूं