पानीपत, 25 फरवरी। पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते अपने चार बच्चों के साथ गैर कानूनी तरीके से अपने प्रेमी के पास आई सीमा हैदर मामले में बडा खुलासा हुआ है। सीमा के पहले पति गुलाम हैदर के हरियाणा के पानीपत के एडवोकेट मोमिन मलिक ने शनिवार को बडा दावा और खुलासा किया है।
एडवोकेट मोमिन मलिक ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि सीमा हैदर मामले में सुप्रीम कोर्ट की फाइल के अंदर उनके वकील ही नहीं है। उनका कोई वकालतनामा कोर्ट की फाइल पर मौजूद नहीं है और न ही वह कानूनी की नजरों में चल रहे मौजूदा केस में फाइल के अनुसार उनके वकील बने।
उन्होंने बताया कि अभी तक कोई वकालतनामा ही नहीं दिया गया है। उल्लेखनीय है कि गुलाम हैदर ने अपने चार बच्चों की कस्टडी सीमा हैदर से उसे दिलवाने के लिए अपना वकालत नामा एडवोकेट मोमिन मलिक को पाकिस्तान की मानवाधिकार एवं पूर्व फेडरेशन मिनिस्टर व यूएनओ के ह्यूमन राइट्स एडवाइजर अंसार बर्नी ट्रस्ट के माध्यम से दिया है।
गत 4 जुलाई को यूपी के गौतम बुद्ध नगर जिले के रबुपुरा थाना में सीमा हैदर पर 120बी आईपीसी, फॉरेन एक्ट 1946 के तहत मामला दर्ज किया गया था। पानीपत के वकील मोमिन मलिक ने यूपी पुलिस ने उक्त एफआईआर की कॉपी देने समेत इस केस से जुडे अन्य दस्तावेज की मांग की थी।
पुलिस ने उन्हें न ही दस्तावेज उपलब्ध करवाए और न ही उनकी एप्लिकेशन पर कोई उत्तर दिया। जिसके बाद वकील ने एक एप्लिकेशन संबंधित इलाका मजिस्ट्रेट को लगाई। कोर्ट ने जांच अधिकारी को आदेश देते हुए अर्जी के सभी बिंदुओं पर 26 फरवरी तक कोर्ट में जबाब दाखिल करने का समय दिया है। बता दें कि एडवोकेट मोमिन मलिक वही वकील है जो समझौता ब्लास्ट में मारे गए लोगों के परिजनों और घायल पाकिस्तानी लोगों को मुआवजा दिलवा चुके हैं।