जसमीत सिंह बाबू ने की शोभायात्रा की अगुवाई
सिरसा। श्याम प्रभु के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में श्याम श्रद्धालुओं द्वारा शहर में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई, जिसकी अगुवाई घोड़े पर सवार जसजीत सिंह बाबू ने धर्म ध्वजा लेकर की। शहर में जब भी कोई बड़ा धार्मिक आयोजन किया जाता है।
तो उससे पूर्व नगर में शोभा यात्रा का आयोजन किया जाता है। बात जब शोभा यात्रा की आती है तो सबसे पहले आयोजक यात्रा की अगुवाई के लिए सरदार तारासिंह सब्जीवाले के यहां जाते हैं। जिसका कारण ये है कि शहर में मात्र ये एक ही शख्स थे,
जो घोड़े पर बैठकर धर्म ध्वज लेकर यात्रा की अगुवाई करते थे। सभी धर्मों के लोग जब भी कोई शोभा यात्रा का आयोजन करना होता तो सरदार तारा सिंह के पास ही जाते।
सरदार तारा सिंह के पुत्र जसजीत सिंह बाबू ने बताया कि शहर में जब भी कोई शोभा यात्रा का आयोजन होता है। तो आयोजक उनके पिता के पास आकर उनसे शोभायात्रा की अगुवाई करने का अनुरोध करते थे।
उन्होंने बताया कि पिता जी सभी धर्मों को एक समान मानते थे। उनके लिए यह सेवा ही थी। उन्होंने बताया कि उनके पिता जी ने करीब बीस वर्ष तक सेवा की। शहर में जब कभी भी कोई आयोजन हुआ
तो उनके पिता सरदार तारा सिंह घोड़े पर सवार होकर यात्रा की अगुवाई करते थे। उन्होंने बताया कि पिता के स्वर्गवास के बाद अब वे शोभायात्रा की अगुवाई करते हैं। उनके पिता ने जो सेवा अपने जीवन में की, वह उसे आगे बढ़ा रहे हैं।
जसजीत सिंह बाबू ने बताया कि वे सात साल में करीब दो सौ शोभायात्रा का नेतृत्व कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि वे श्री खाटू श्याम प्राचीन मंदिर, श्री अमरनाथ सेवा समिति, श्री गणगौर मंदिर, श्री खाटू श्याम रानियां रोड,
श्री सालासर धाम मंदिर, श्री राम नवमी शोभा यात्रा, श्री सनातन धर्म मंदिर, श्री रामा क्लब दशहरा शोभा यात्रा, श्री अग्रसेन जयंती, श्री हनुमान जयंती, श्री विष्णु क्लब की श्री राम भगवान की बारात आदि शोभायात्रा की अगुवाई कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि वह शोभायात्रा की अगुवाई सेवा भावना के चलते करते हैं।