बाबाओं का आशीर्वाद लेने के लिए सभी नेता लालायित
सिरसा। हरियाणा विधानसभा चुनावों में डेरों का अहम रोल बनने लगा है। लोग यहां अध्यात्म के लिए जाते हैं। पर जैसे-जैसे डेरों में भीड़ बढ़ने लगती है तो राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की नजरें यहां भी गढने लगती है।
अब हरियाणा विधानसभा चुनावों में अपनी नैया को पार लगाने के लिए नेताओं ने डेरों पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं।
दरअसल पिछले करीब तीन दशकों से डेरों में संख्या बढ़ रही है। नेताओं ने भी डेरों में उसी हिसाब से अपने पगफेरे डेरों में बढ़ाने शुरू किए।
बार-बार डेरों में जाकर बाबाओं से आशीर्वाद लेते हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करके नेता लोग उनके अनुयायियों में यही संदेश देना चाहते हैं उनके बाबा ने मुझे आशीर्वाद दे दिया है आप वोटों में मुझे इसी प्रकार आशीर्वाद देना। बात यही सच है।
चुनावों से कई माह पहले से ही यह खेल शुरू हो गया था। अब डेरे के बाबाओं के संदेश का लोगों में चर्चा होने लगी है। ऐसी चर्चा होती हैं कि फलां डेरे के बाबा ने किस तरफ इशारा किया है। यह जानने के लिए लोग डेरों में अपने संपर्क सूत्रों से बात कर रहे हैं।
अनुयायियों का इस प्रकार से राजनीति में इस्तेमाल भी डेरों के भविष्य के लिए खतरा बन सकता है। क्योंकि जहां राजनीति आ जाती है वहां से विश्वास उठना स्वाभाविक है।
वो अलग बात है कि इस में समय लगता है। बाबाओं को शायद अब तक यह समझ नहीं आ रहा कि वे राजनीतिक लोगों के मोहरे बनकर खुद के लिए आ बैल मुझे मार वाली कहावत को चरितार्थ करने के क्षेत्र में कदम बढ़ा रहे हैं। जब भी एक चेहरे के कई चरित्र होंगे तो उनमें से कोई किरदार से मैला होगा ही।