सिरसा, 20 फरवरी। संयुक्त किसान मोर्चा ने अब आंदोलन को तेज करने व सरकार के साथ आरपार लड़ाई लडऩे के लिए किसानों से आह्वान किया है कि देश भर से किसान 21 फरवरी को दिल्ली कूच करें। किसानों के इस आह्वान के बाद नाकों पर पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है।
पंजाब से आने वाले मार्ग पूरी तरह से सील कर दिए गए है। किसानों ने यह फैसला केंद्र के साथ हुई मीटिंग के बाद लिया। केंद्र ने कपास, मक्का, मसूर, अरहर और उडद यानी 5 फसलों पर एमएसपी देने का प्रस्ताव दिया था। किसान संगठनों ने बीजेपी नेताओं के घरों का घेराव करने का भी आह्वान किया है। खासकर पंजाब क्षेत्र से हरियाणा में प्रवेश करने वाले मार्गों पर पुलिस बल की संख्या बढ़ाई गई है, ताकि किसानों को दिल्ली जाने से रोका जा सके।
पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से हर प्रकार की स्थिति से निपटने की तैयारी कर ली है। किसानों ने मांग उठाई है कि 9 दिसंबर 2021 को एसकेएम के साथ हुए सरकार के समझौते को लागू किया जाए।
इस में प्रमुख मांगे है, गारंटीशुदा खरीद के साथ सी2+50 के हिसाब से एमएसपी, व्यापक ऋ ण माफी, बिजली का निजीकरण पर रोक, लखीमपुर खीरी में किसान नरसंहार के मुख्य साजिशकर्ता अजय मिश्रा टेनी केंद्रीय राज्य मंत्री (गृह) को बर्खास्त कर मुकदमा चलाया जाए और पंजाब सीमा पर समान मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों पर हो रहे दमन पर रोका लगाई जाए एवं चुनावी बांड पर सुप्रीम कोर्ट के अहम फैसला व इसके माध्यम से उजागर हुए कॉरपोरेट भ्रष्टाचार को भी बेनकाब किया जाए।
एसकेएम ने चुनावी बांड के माध्यम से भ्रष्टाचार को वैध बनाने और पार्टी फंड के रूप में हजारों करोड़ रुपये जमा करने के लिए मोदी सरकार की कड़ी निंदा की। एसकेएम ने इसे रद्द करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।