अब मुकाबला रोचक होता दिख रहा, कांग्रेस के सर्वमित्र व आजाद रणजीत सिंह का चुनाव उठने से अर्जुन की बढ़त कम होने लगी
सिरसा। हरियाणा में विधानसभा चुनाव दिन-प्रतिदिन रोचक होते जा रहे हैं। इसी कड़ी में रानियां का चुनाव जो करीब तीन सप्ताह पहले एक तरफा इनेलो के अर्जुन की तरफ दिख रहा था अब मुकाबला यहां भी करीबी होने के समीकरण बनने लगे हैं।
दरअसल रानियां विधानसभा के लिए इनेलो ने अर्जुन चौटाला को शुरू में ही मैदान में उतार दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओमप्रकाश चौटाला का पोता होने के कारण अर्जुन का चुनाव शुरूआत में एक तरफा दिख रहा था।
उसके बाद कांग्रेस, बीजेपी व आम आदमी पार्टी द्वारा एक ही बिरादरी (कंबोज) के कैंडिडेट मैदान में उतार दिए गए तो उसके बाद ऐसा लग रहा था कि बड़ी लीड के साथ अर्जुन यहां से चुनाव जीत जाएंगे।
पर धीरे-धीरे चुनाव प्रचार तेज हुआ तो कांग्रेस के सर्वमित्र को लोगों का सहयोग मिलने लगे। ज्यादातार कांगे्रसी उनके साथ हो लिए हैं और सर्वमित्र का चुनाव उठा। इसके अलावा सर्वमित्र के पैरालल ही आजाद प्रत्याशी रणजीत सिंह का चुनाव उठा।
यानी कि अर्जुन के सामने दो कैंडिडेट शुरूआती के दिनों से अब तक काफी मजबूत हुए हैं। ऐसे में यह तो नहीं कहा जा सकता कि अर्जुन का पलड़ा कमजोर हो गया है पर मुकाबले रोचक स्थिति में जरूर पहुंच गया है।
आने वाले पांच दिनों में स्थिति में और ज्यादा बदलाव होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। रानियां हलके के लोगों का मानना है कि अगर अर्जन चौटाला चुनाव जीतते हैं तो वो लीड नहीं मिलेगी जो आज से दो-तीन सप्ताह पहले नजर आ रही थी।