संगत ने की सीबीआई से जांच की मांग
सिरसा, 20 सितंबर। हरियाणा के सिरसा जिले में स्थित डेरा जगमालवाली की गद्दी का मामला एक बार फिर गर्म होने लगा है। बाबा वकील साहब सेवा समिति हिसार के पदाधिकारियों व हिसार की साध संगत द्वारा हिसार के अतिरिक्त उपायुक्त को ज्ञापन सौंप कर मांग की गई है
कि गुरु बाबा बहादुर चंद (वकील साहिब) की मौत व उनके ड्राइवर बीरेन्द्र ढिल्लों द्वारा गद्दी हासिल करने के मामले की सीबीआई जांच की की करवाई जाए।
ज्ञापन में समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि वे बाबा वकील साहिब संगत, मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम, गांव जगमालवाली के अनुयायी हैं
और वे सभी सरकार व प्रशासन का ध्यान में लाना चाहते हैं कि हाल ही में डेरा में गद्दी प्राप्त करने से संबंधित घटनाओं की तरफ दिलाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इसकी तुरंत प्रभाव से विशेष जांच हो।
समिति पदाधिकारियों ने बताया कि गुरु बाबा बहादुर चंद वकील साहिब मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम के वर्तमान गद्दीनशीन थे
और उन्हें डेरे के संस्थापक, स्वर्गीय बाबा गुरबख्श सिंह (मैनेजर साहिब) द्वारा गद्दीनशीन नियुक्त किया गया था। समिति के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि गुरु बाबा बहादुर चंद वकील साहब की जुलाई 2024 में मौत हो गई।
इस मसले को बीती सात अगस्त को समिति द्वारा उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया था लेकिन उस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिससे संगत में सरकार के प्रति भारी रोष व्याप्त है।
इसी मामले को लेकर बीती एक तारिख को भी संगत की तरफ से दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन भी किया गया था और महामहीम राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी दिया गया था जिस पर भी अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
समिति पदाधिकारियों ने कहा कि अगर 10 लाख से ज्यादा साध संगत की भावनाओं के साथ ऐसे ही खिलवाड़ होता रहा तो हम इस विधानसभा चुनाव में भाजपा पार्टी, ब्यास डेरा मुखी एवं बलजीत दादूवाल का बहिष्कार करने का फैसला लेंगे।
उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि हमारे गुरु बाबा वकील साहब के साथ जो साजिश हुई है उसकी सीबीआई जांच करवाई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा मिल सके।