सिरसा। हरियाणा विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सह और मात का खेल शुरू हो गया है। इसी कड़ी में इनेलो समर्थित नेता गोकुल सेतिया ने इनेलो की बजाय कांग्रेस का दामन थाम लिया।
इसस खपा इनेलो ने गोकुल के प्रतिद्वंद्वी हलोपा के गोपाल कांडा को समर्थन देने का निर्णय ले लिया है। अब इनेलो गोकुल की बजाय गोपाल कांडा का सहयोग करेगी। इसके बाद चुनावी माहौल एकदम से बदल गया है।
बता दें कि सिरसा हलके के गांवों में अब भी इनेलो की अच्छीखासी पकड़ है जिसका फायदा 2019 के चुनावों में गोकुल सेतिया को मिला था।
वीरवार को सिरसा स्थित श्री तारा बाबा कुटिया में पहुंच कर इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला ने सिरसा विधानसभा से गोपाल कांडा के समर्थन की घोषणा की। और इनेलो के कार्यकर्ताओं को गोपाल कांडा की जीत के लिए ताकत के साथ काम करने की अपील की।
कांग्रेस में शामिल होने से पहले गोकुल नंवर वन पॉजिशन में चल रहे थे पर कांग्रेस की टिकट लेने के बाद वे इनेलो के वोटों से हाथ धो बैठे।
साथ ही टिकट न मिलने से नाराज कांग्रेसी नेता भी दिल से कि तना सहयोग करेंगे यह भी जगजाहिर हो चुका है। यानी कि अब गोकुल के लिए राह कठिन हो गई है।
गोपाल कांडा ने सिरसा से चुनाव जीतना अपनी नाक का सवाल बना लिया है। इस लिए उन्होंने अपने धुर विरोधी इनेलो नेता अभय सिंह के साथ हाल मिलाने में भी गुरेज नहीं किया।
अब माहौल एकतरफ नहीं रहा बल्कि कांटे की टक्कर बन गई है। सिरसा के रण में भाजपा गेम से बाहर नजर आ रही है। जेजेपी की भी स्थिति भी सिरसा विधानसभा से दयनीय प्रतीत हो रही है।