पिछले चुनावों में जिनका टिकट काटा इस बार उन्ही पर भरोसा
11 सितंबर 2024
पिछले चुनावों में भाजपा ने जिन नेताओं का टिकट काटा था, सिरसा जिला में इस बार उन्हीं मूल कार्यकर्ताओं पर भरोसा जताया है।
चुनाव परिणाम में ये उम्मीदवार भरोसे पर कितने खरे उतरते है यह तो समय बताएगा, मगर पार्टी नेतृत्व ने अपने कार्यकर्ताओं को साध लिया है।
सिरसा जिला में भाजपा का बहुत बड़ा जनाधार नहीं रहा है। केवल एक लोकसभा चुनाव को छोड दें तो मोदी लहर में भी भाजपा अकेले अपने दम पर कभी कमल खिलाने में सफल नहीं हो पाई।
पार्टी ने बाहर से आए हैवीवेट नेताओं को भी आजमाया, मगर कोई फायदा नहीं हुआ। कार्यकर्ताओं में निराशा थी कि ऐसे में बुरे से बुरे समय में भी पार्टी का झंडा उठाये रखने वाले कार्यकर्ताओं को दरकिनार क्यों किया जा रहा है।
ऐलनाबाद से पार्टी ने अमीर चंद मेहता को उम्मीदवार बनाया है। गांवों में जब भाजपा नेताओं को बैठने के लिए कोई चारपाई नहीं देता था
ऐसे समय में अमीर चंद मेहता ने अपना पैसा खर्च कर गांव-गांव पार्टी का प्रचार किया और मजबूती से डटे रह कर पार्टी का वजूद बनाये रखा।
सत्ता में आने पर अमीर चंद मेहता को ऐलनाबाद मार्केट कमेटी का चेयरमैन बनाया गया, हालांकि मेहता प्रदेश स्तरीय चेयरमैनी के हकदार थे।
वर्ष 2009 में शीशपाल कंबोज रानियां विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार थे। वर्ष 2014 व 2019 में पार्टी नेतृत्व ने बाहरियों पर भरोसा जताया मगर वे कुछ खास नहीं कर पाए।
टिकट मिली या न मिली शीशपाल कंबोज पार्टी के प्रचार और प्रसार में लगातार जुटे रहे। डबवाली से भी पार्टी ने पुराने भरोसेमंद नेता बलदेव सिंह मांगेआना को प्रत्याशी बनाया है।
उधर नामांकन पत्र भरने का मात्र एक दिन शेष रह गया है, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व उम्मीदवारों को लेकर निर्णय नहीं कर पा रहा है।
कांग्रेस की इस मनोस्थिती के कारण आम आदमी पार्टी से भी समझौता सिरे नहीं चढ़ पाया। जो बुद्धिजीवी कांग्रेस के पक्ष में हवा मान रहे थे, वे भी पुनर्विचार करने लगे है।
लिखे जाने तक 49 उम्मीदवारों की घोषणा बाकी है। हालांकि कल रात को पार्टी नेतृत्व ने संभावित उम्मीदवारों को चुपचाप नामांकन पत्र तैयार रखने
ओर लिस्ट की चिंता छोड़ अंतिम दिन 12 सितंबर को नामांकन पत्र भरने की तैयारी करने का बोल दिया है। सिरसा से गोकुल सेतिया और ऐलनाबाद से भरत सिंह बेनिवाल के नाम तो लगभग तय बताये जा रहें है,
मगर रानियां को लेकर अभी भी पेच फंसा हुआ है। माना जा रहा है कि आज आने वाली कांग्रेस की लिस्ट भी अभी अधूरी होगी। अंतिम लिस्ट, अंतिम दिन कल सुबह आने की संभावना है।
साफ बात है कि कांग्रेस की तो छोड़ो भाजपा ने भी तो अभी तक कहां सिरसा सीट का कोई निर्णय लिया है। असमंजस के कारण ही कयासों का दौर चल रहा है।