डबवाली से चौ. देवीलाल परिवार के तीन कैंडिडेट आमने-सामने

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आदित्य चौटाला के इनेलो में जाने से जेजेपी हो सकता है नुकसान तो आम आदमी पार्टी का कांग्रेस को

सिरसा, 10 सितंबर। हरियाणा विधानसभा चुनावों में महज 25 दिन शेष है पर अब तक बीजेपी ने डबवाली हलका से प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारा है।

इससे जाहिर है कि यहां से पार्टी अपने-आप को कमजोर आंक रही है। परंतु आदित्य चौटाला ने बीजेपी छोड़ जैसे ही इनेलो

का दामन थामा और उधर से आम आदमी पार्टी द्वारा डबवाली से कैंडिडेट मैदान में उतारा तो चुनावी गणित बदल गया है। अब डबवाली हॉट सीट बन गई है।

आदित्य चौटाला ने बीजेपी छोड़ कर इनेलो का दामन थामा तो इनेलो ने उन्हें प्रत्याशी बनाया दिया। जेजेपी से दिग्विजय चौटाला कई दिन पहले से ही मैदान में डट चुके थे।

चौ. देवीलाल परिवार से मैदान में उतरे आदित्य चौटाला व दिग्विजय चौटाला रिश्ते में चाचा-भतीजे हैं। इसी प्रकार कांग्रेस से मैदान में उतरे अमित सिहाग भी चौ. देवीलाल के कुनबे से ही संबंधित हैं।


्रसोमवार को ही आम आदमी पार्टी ने कुलदीप गदराना को प्रत्याशी घोषित कर दिया। कुलदीप गदराना के मैदान में आने से चुनावी माहौल गर्मा गया है।

कुलदीप गदराना कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस रोचक मुकाबले में किसके सिर जीत का सेहरा बंधेगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा।

नामांकन भरने की अंतिम तिथि 12 सितंबर है पर अभी तक बीजेपी ने कैंडिडेट घोषित नहीं किया है। उम्मीद जताई जा रही है कि बीजेपी देव कुमार शर्मा या बलदेव सिंह मांगेआना को मैदान में उतार सकती है।

जानकारों के अनुसार आदित्य चौटाला ज्यादा नुकसान जेजेपी को पहुंचा सकते हैं तो आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप गदराना कांग्रेस की जड़ों में बैठ सकते है।

पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओम प्रकाश चौटाला अपने भजीते आदित्य चौटाला का नामांकन दर्ज करवाने के लिए स्वयं साथ गए थे। साथ ही इस बार इनेलो के साथ बसपा का भी गठबंधन है। उसका लाभ इनेलो को मिलेगा।

इसी प्रकार अगर बात कांग्रेस की करें तो लोकसभा चुनावों में कांग्रेस व आम आदमी पार्टी ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था। पर अब विधानसभा चुनावों में दोनों पार्टियां आमने-सामने हो गई हैं।

ऐसी स्थिति में जो वोट आम आदमी पार्टी को मिलेंगे उनमें से सीधा नुकसान कांग्रेस को होगा। पर इस बार प्रदेश में कांग्रेस की हवा है जिसका कितना लाभ अमित सिहाग को मिल पाता है, यह भविष्य के गर्भ में है।

वर्ष 2019 में कांग्रेस के अमित सिहाग ने 66,885 वोट हासिल कर बीजेपी के आदित्य चौटाला को 15,

647 वोटों से पराजित किया था। बीजेपी के आदित्य चौटाला को 51,238 वोट मिले थे। इसी प्रकार 2014 के चुनावों में इनेलो की

नैना चौटाला ने कांग्रेस के डॉ. केवी सिंह को 8545 वोटों से हराया था। नैना चौटाला को 68,029, कांग्रेस के डॉ. केवी सिंह को 59,484 वोट मिले थे।

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