सिरसा, 30 अगस्त। कांग्रेस एवं दलित समाज के नेता विनोद हिटलर ने जारी एक बयान में कहा कि जिस तरह बसपा नेत्री मायावती व सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सुप्रीम कोर्ट के वर्गीकरण के फैसले का विरोध करना शुरू किया है
उससे यह साबित होता है कि वे दोनों केवल एक जाति विशेष के नेता है। समूचे दलितों के नेता नहीं है। उन्होंने कहा कि बसपा की आज पूरे उत्तर प्रदेश में दयनीय हालत है उसकी जिम्मेवार सिर्फ और सिर्फ मायावती ही है।
दलित समाज के नेता विनोद हिटलर ने बताया कि दलितों के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर ने संविधान में आरक्षण की जो व्यवस्था की थी
उसकी लूट खसोट सिर्फ एक जाति ने की चाहे सांसद व विधायक बनना हो या सरकारी नौकरियों में लाभ लेने की बात हो।
उन्होंने बताया कि वाल्मीकि, धानक, बाजीगर, ओड, खटीक, सांसी, डूम, सिगलीगर, सिरकीबंद, बावरी जैसी जातियों के हकों पर डाका डाला गया। यही कारण है कि उक्त शोषित दलितों की हालत देश की आजादी के बाद जस की तस है।
उन्होंने बताया कि स्वर्गीय चौ. भजन लाल ने आरक्षण में वर्गीकरण किया लेकिन उसको बाद में खत्म करवा दिया गया।
अब जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने तथ्यों के आधार पर वर्गीकरण हो सही मानते हुए मुहर लगा दी है। विनोद हिटलर ने कहा कि वंचित एससी वर्ग के आरक्षण को लेकर जो फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया गया है
उसको लागू करवाने के लिए किसी तरह का संघर्ष करना पड़ा तो हम करेंगे। क्योंकि संविधान ने जो हक हमें दिए हैं उनको प्राप्त करने व अपने बच्चों के भविष्य के लिए हम लड़ेंगे।
उन्होंने सरकारों से मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट के हाल ही में वर्गीकरण के दिए गए फैसले को लागू किया जाए।