भाजपा दे सकती है गोपाल कांडा के भतीजे धवल कांडा को समर्थन
सिरसा। हरियाणा में आगामी एक अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह को टिकट देने के मूड में नहीं दिख रही।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा अपने सहयोग दल हलोपा के सिरसा से विधायक गोपाल कांडा के भतीजे एवं भाजपा नेता गोबिंद कांडा के पुत्र धवल कांडा को समर्थन दे सकती है।
इसको लेकर रानियां हलका में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने भी क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।
भाजपा से टिकट न मिलने की संभावना को लेकर बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने रानियां हलके में कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाकर मंत्रणा की।
बैठक में उन्होंने रानियां से चुनाव लडऩे का दावा ठोक दिया है। दावे ठोके जाने के बावजूद भी भाजपा हाई कमान की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है
इसके उपरांत बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने रानियां विधानसभा क्षेत्र के गांवों का दौरे भी शुरू कर दिए है ।
इन दौरों में खास बात यह है कि वे प्रत्येक गांव में करवाए गए विकास कार्यों का लेखाजोखा साथ रखते हैं और लोगों की बीच खुला समय व्यतीत कर रहे हैं ।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पिछले दिनों सिरसा में विधायक गोपाल कांडा के आवास पर मुलाकात कर भाजपा और हलोपा
के साथ गठबंधन कर चुनाव लडऩे की घोषणा करने के अगले ही दिन भाजपा नेता गोबिंद कांडा ने अपने पुत्र धवल कांडा को रानियां सीट से प्रत्याशी की घोषणा कर दी।
जिससे रणजीत चौटाला की टिकट पर खतरे के बादल मंडराने लगे। आनन फानन में अगले ही दिन गाबा रिसोर्ट में कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुला ली जिसमें भाजपा के किसी भी बड़े नेता या कार्यकर्ताओं को निमंत्रण नहीं दिया गया।
इस बात के कयास लगाए जाने लगे कि बिजली मंत्री रणजीत चौटाला की भाजपा से टिकट कटना लगभग तय माना जा रहा था
और अगले ही दिन बिजली मंत्री ने कालांवाली हल्का में एक प्रेस वार्ता कर भाजपा के खिलाफ बागी तेवर दिखाते हुए हर हालत में चुनाव लडऩे का फरमान जारी कर दिया।
बताया जा रहा है कि विधानसभा के चुनावों को लेकर भाजपा द्वारा किए गए सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार रानियां विधानसभा सीट से रणजीत चौटाला की टिकट रेड जोन में बताई जाती है ।
लोगों का कहना है कि ऊर्जा मंत्री को भाजपा की ओर से टिकट न मिली तो वे हर हालत में रानियां से चुनाव लडऩे का दावा कर रहे हैं
जो कि आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडऩा संभव माना जा रहा है। वहीं कांग्रेस की ओर से संदीप नेहरा, हॉकी कोच सरदारा सिंह सहित कई नेता लाइन में है।
इनेलो बसपा प्रत्याशी की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पौत्र एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला को मैदान में उतार दिया है, जिसके बाद रानियां की सीट हॉक सीट बन गई है।
अब रानियां में मुकाबला रोचक होगा। हलोपा प्रत्याशी धवल कांडा को अगर बीजेपी का समर्थन मिल जाता है तो वह भी कड़ा मुकाबला दे सकते है।
सूत्र बताते हैं कि सिरसा लोकसभा क्षेत्र के पांच विधानसभा सीटों डबवाली, कालांवाली, सिरसा ऐलनाबाद और रानियां क्षेत्र मे भाजपा के पास ऐसा कोई हैवी कैंडिडेट नहीं है
जो इन सीटों में से एक भी सीट जीतकर भाजपा की झोली में डाल सके। यह भी बताया जाता है कि अगर बीजेपी उर्जा मंत्री रणजीत चौटाला को रानियां से टिकट देती है तो यहां पर पार्टी की शान जरूर बच सकती है।
अब विधानसभा चुनाव में रानियां से जहां चौ. देवीलाल परिवार की दुसरी और चौथी पीढ़ी पहली बार फिर आमने-सामने चुनाव मैदान मे ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला और अर्जुन चौटाला (दादा-पौते) के बीच चुनावी महासंग्राम देखने को मिलेगा ।