सिरसा, 17 जुलाई। नगर परिषद के भ्रष्टाचार के खिलाफ समाजसेवी गुरलाल सिंह ने डीसी सिरसा को ज्ञापन सौंप कर पंकज प्रिंटर्स के खिलाफ कारवाई की मांग की हैं।
मीडिया को जारी प्रेस विज्ञप्ति में गुरलाल ने कहा कि पंकज प्रिंटर्स ने नगर परिषद से सांठ-गांठ करके फुटेक डिजिटल का टेंडर रिजेक्ट करवा कर 20 साल का टेंडर ले लिया।
गुरलाल ने कहा कि फुटेक डिजिटल ने 2 करोड़ 7 लाख 50 हजार रुपए का टेंडर भरा था, जबकि पंकज प्रिंटर्स ने 21 लाख 25 हजार रुपए का टेंडर भरा।
आमतौर पर अधिक कीमत वाले टेंडर पास होने चाहिए लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों की मेहरबानी से कम कीमत वाला टेंडर पास हो गया।
नगरपरिषद् सिरसा में एक के बाद एक भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने के बाद भी प्रशासनिक तंत्र इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
पूरे टैंडर में चौंकाने वाली बात ये हैं कि तीन वर्ष के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अपने चहेते को फायदा पहुंचाने के लिए 20 वर्ष के लिए जारी कर दिया गया।
इस टैंडर में यूनिपोल लगाने के लिए कोई नियम और सही मापदण्ड नहीं अपनाये गये हैं। इन सभी यूनिपोलों की लोकेशन भी जहां पहले से यूनिपोल लगे हुए हैं उन्हीं के आसपास ही नये यूनिपोल लगाने शुरू कर दिये हैं,
जबकि नगरपरिषद् के अधिकारियों के द्वारा पहले से लगे हुए यूनिपोल का पिछले तीन सालों से किसी को भी टैंडर नहीं दिया गया है और इन्हीं पुराने यूनिपोल के माध् यम से नगरपरिषद् को जमा होने वाली राशि एक प्री-प्लान के तहत अधिकारियों की जेबों में जा रही हैं।
नये लगाये गये टैंडर और पुराने यूनिपोल के टैंडर के रेटों में दिन-रात का अन्तर है। जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि नगरपरिषद् के अधिकारियों ने सैटिंग-गेटिंग करके अपने निजी फायदे के लिए सरकारी राजस्व को करोड़ों रुपयों का नुक्सान पहुंचाने का काम किया है।
गुरलाल ने डीसी को ज्ञापन सौंपते हुए पूरे मामले में कारवाई की मांग की हैं। इसी के साथ टेंडर प्रक्रिया की जांच की मांग की है और लगाए गए यूनीपोल के साइज, मापदंड और फिजिकल वेरिफिकेशन, पुराने यूनीपोल व नए यूनीपोल के बीच की दूरी की जांच की जाए।