सभी वकीलों की डिग्रियों की होगी जांच

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5 अगस्त तक वकील जमा करवाएं शैक्षणिक रिकार्ड के सभी सबूत व पेश करें कि पिछले 5 साल में किस-किस मुकदमें में अदालत में पेश हुए

टोहाना,16 जुलाई। पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल में अब 5 अगस्त तक वकील अपने शैक्षणिक रिकॉर्ड, पांच वकालतनामें जिसमें यह स्पष्ट हो की आपने बतौर वकील किसी केश की पैरवी की है व दूसरा रिकॉर्ड जमा करवाएं, पहले अन्तिम तारीख रिकॉर्ड जमा करवाने की 15 जुलाई थी जो अब बढ़ाकर 5 अगस्त कर दी।

सोमवार को काउंसिल की तरफ से 20 दिन समय सीमा बढ़ा दी गई है। काउंसिल की तरफ से सभी जिला बार प्रधान व दूसरे पदाधिकारियों को इस संबंध में पत्र लिखा गया है।

बार काउंसिल की प्रशासनिक समिति के चेयरमैन बिजेंद्र अहलावत ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश पर काउंसिल करवा रही है वकीलों के शैक्षणिक रिकॉर्ड की वेरिफिकेशन कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश पर 1990 के बाद के वकीलों से उनकी 12वीं, बीए व एलएलबी की डिग्री मांगी गई थी।

हर वकील को पांच साल के अंदर पांच केस देने थे, जिसमें वकालतनामा दिया गया है। इसके लिए 15 जुलाई आखिरी तिथि तय की गई थी। 65 हजार वकीलों ने अभी तक शैक्षणिक रिकॉर्ड जमा नहीं करवाया है।

इसलिए 5 अगस्त तक तिथि बढ़ाई गई है। गौरतलब है कि पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 1 लाख 45 हजार वकील हैं।

वकीलों को पांच साल में पांच बार वकालतनामा देना जरूरी

चेयरमैन ने बताया कि नियमों के तहत उसी वकील को प्रैक्टिस वकील माना जाएगा, जिसने पांच साल में पांच बार वकालतनामा दिया है। ऐसा न करने वाले वकील न तो कोर्ट में पेश हो सकेंगे और न ही जिला बार एसोसिएशन के चुनाव में मतदान कर सकेंगे।

किसी जांच में पता चला है कि कुछ लोग वकील ने कारोबार शुरू कर दिया तो भी कोई दूसरा कामकाज देख रहा थे। इसलिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर वकीलों के शैक्षणिक रिकॉर्ड का वेरिफिकेशन करवाया जा रहा है।

  • एडवोकेट विजय रंगा की कलम से

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