जननायक चौधरी देवीलाल विद्यापीठ सिरसा के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने बताया कि निजी अस्पतालों ने आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का इलाज करना बंद कर दिया है ।
अपने बिलों की पेमेंट में देरी से नाराज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, हरियाणा ने आयुष्मान भारत योजना के तहत दी जाने वाली सेवाओं को फिलहाल निलंबित कर दिया है।
वे आगे की कार्रवाई तय करने के लिए 5 जुलाई को फैसले की समीक्षा करेंगे। राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर घोषित इस फैसले ने आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज का इंतजार कर रहे कई मरीजों को अधर में छोड़ दिया है।
डॉक्टरों का कहना है कि हमारी भुगतान राशि तुरंत जारी की जाए क्योंकि डॉक्टरों के लिए बिना धन के अस्पताल चलाना बहुत मुश्किल है। कुछ भुगतान हो गए, लेकिन अभी भी करीब 200 करोड़ बकाया है।
डॉ. ढींडसा ने आगे बताया कि आपातकालीन मामलों के बारे में आईएमए ने आपातकालीन स्थिति में आने वाले मरीजों को पहले स्थिर करने और बाद में उन्हें सरकारी संस्थानों में रेफर करने का निर्णय लिया है।
आईएमए ने आगे कहा कि प्रत्येक निजी अस्पताल को उनकी लंबित राशि का केवल 10 से 15% ही मिलता है, जिसके कारण उन्हें धन की कमी का सामना करना पड़ रहा है।