बीजेपी सरकार बनी पेपर लीक सरकार
सिरसा। सिरसा लोकसभा की सांसद कुमारी सैलजा ने जारी बयान में कहा कि नीट पेपर लीक की जांच चल ही रही थी कि अब यूजीसी नेट जून 2024 परीक्षा पेपर लीक के कारण रद्द कर सरकार ने लाखों छात्रों का भविष्य अंधकार में धकेल दिया गया है।
बीजेपी सरकार ने हमेशा ही मेहनती परीक्षार्थियों को परेशानी में डालने का काम किया है। उनकी महीनों की मेहनत का हिसाब कौन देगा ? उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में इस प्रकार की लापरवाही और गड़बड़ी किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है।
इस पेपर लीक मामले में सरकार के खिलाफ विद्यार्थियोंं के हक की लड़ाई हम सडक से संसद तक पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे।
सैलजा ने कहा कि कल रात से उनके पास परीक्षा देने वाले सैंकड़ों छात्र-छात्राओं के फोन और मैसेज आ चुके हैं।
क्या यही है बीजेपी की नई शिक्षा नीति? बीजेपी की सरकार में अनगिनत पेपर लीक हो चुके है। हम इसे पेपर लीक सरकार भी कह सकते है।
उन्होंने कहा कि यूजीसी नेट परीक्षा 18 जून को आयोजित की गई थी और 19 जून को रद्द कर दी गई। परीक्षा में शामिल होने के लिए 11 लाख से अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जबकि 9 लाख 8 हजार 580 अभ्यर्थी शामिल हुए।
यूसीजी नेट 2024 जून सेशन की परीक्षा को शिक्षा मंत्रालय ने एग्जाम में गड़बड़ी की आशंका के कारण परीक्षा को रद्द कर दिया है। कहा जा रहा है कि सरकार को इंडियन साइबर क्राइम काऑर्डिनेशन सेंटर ने गड़बड़ी पर जानकारी दी थी।
उन्होंने कहा है कि कुल 83 विषयों के लिए यूजीसी नेट परीक्षा का आयोजन 18 जून को दो पालियों में किया गया था। परीक्षा का आयोजन देश भर के 317 शहरों में निर्धारित किए गए 1205 केंद्रों पर हुई थी।
इस परीक्षा के लिए कुल 11,21,225 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था। इसमें से कुल 9,08,580 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात ये है कि परीक्षा केंद्र बनाने में परीक्षार्थियों की सुविधा का ध्यान तक नहीं रखा गया, परीक्षा केंद्र 200 से 250 किमी दूर बनाए गए थे।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी जल्द से जल्द दोबारा परीक्षा आयोजित कर पीडि़त परीक्षार्थियों के साथ न्याय करें।