पिता-पुत्र सुबह से रात तक कर रहे कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा के लिए डोर टू डोर वोटों की अपील
लोगों का मिल रहा भारी समर्थन, वरिष्ठ नेता वीरभान मेहता है कुमारी सैलजा की गुड बुक में
वीरभान की मिलनसार छवि के चलते लोग हर दिन जुड़ रहे पार्टी से
सिरसा, 14 मई। वीरभान मेहता नाम सिरसा में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। राजनीति में उन्होंने करीब 40 साल दिए है। कांग्रेस के पुराने सिपाही है। हर चुनाव में उनके समर्थकों का पार्टी को सहयोग मिलता रहा है।
उनका पर्सनल वोट बैंक भी अच्छा-खासा है। पिछले करीब 10-12 सालों उनके बेटे राजन मेहता भी पार्टी में मेहनत कर अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने में जुटे हुए है।
राजन की भी छवि मिलनसार होने के कारण लोगों के दिलों में जगह बनाने में उन्हें ज्यादा समय नहीं लगा। मेहता परिवार शहर का प्रतिष्ठित परिवार होने के कारण अपने खानदान के जरिए भी अगल पहचान रखता है।
चुनावी माहौल हो और वीरभान मेहता फील्ड में न दिखे ऐसा अब तक कभी नहीं हुआ। अब लोकसभा चुनावों में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है।
उन्होंने उस समय से ही पार्टी के लिए मेहनत शुरू कर दी थी जब तक कुमारी सैलजा को कांग्रेस ने अभी प्रत्याशी भी नहीं बनाया था।
पर यह तो सभी अहसास था ही कि कांग्रेस की तरफ से कुमारी सैलजा ही मैदान में उतरेंगी। क्योंकि उनसे बड़ा चेहरा सिरसा के लिए और कोई हो नहीं सकता।
वीरभान मेहता ने काफी पहले हलका स्तर की रैली भी सिरसा में आयोजित कर दी थी। जिसमें कुमारी सैलजा के अलावा रणदीप सिंह सुरजेवाला व किरण चौधरी के अलावा पार्टी के कई बड़े नेताओं ने शिरकत की थी।
उसके बाद निरंतर मेहनत कर रहे है वीरभान मेहता। अब एक माह से वे डोर टू डोर अभियान चला कर कुमारी सैलजा के लिए वोटों की अपील कर रहे है।
उनकी सोच को आगे बढ़ाते हुए उनके पुत्र राजन मेहता भी इस अभियान में जी जान से जुटे हुए है।
बता दें कि वीरभान मेहता सिरसा विधानसभा से हजकां की टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके है। पर कुमारी सैलजा के साथ नजदीकियों के कारण उनकी पार्टी में घर वापसी हुई और वे एक बार फिर कांग्रेस के सच्चे सिपाही के रूप में एक्टिव हो गए।
उनके सामाजिक रिश्तों की बात करें तो बादल परिवार के साथी पारिवारिक तौर पर जुड़े हुए है। सिरसा में उनके बढ़ते राजनीतिक कद को देखते हुए अब लोगों में यह भी आम तौर पर चर्चाएं होने लगी है
कि आने वाले विधायक वीरभान मेहता हो सकते है। कांग्रेस पार्टी भी उनके सिरसा विधानसभा में हर वर्ग के लोगों के बीच पकड़ व पर्सनल वोट बैंक को देखते हुए आगामी विधानसभा के लिए मैदान में उतार सकती है ऐसी प्रबल संभावनाएं है।
वीरभान मेहता व राजन मेहता ने कहा कि वे पार्टी के सच्चे सिपाही के रूप में कार्य करते आए हैं। अगर पार्टी उन्हें कोई जिम्मेवारी सौंपेगी तो उसको इस प्रकार निभाएंगे कि पार्टी के विश्वास व आशाओं पर खरा उतर कर दिखाएंगे और पार्टी को और ज्यादा मजबूत कर के दिखा देंगे।
बता दें कि वीरभान मेहता कुमारी सैलजा के गुड बुक में है। वे पंजाबी बिरादरी से है और सिरसा विधानसभा में पंजाबी वोट बैंक अधिक है। ऐसे में राजनीति का गुणा-भाग भी जातिगत आंकड़ों के आधार पर वीरभान मेहता के पक्ष में बैठ रहा है।
वीरभान मेहता ने अपनी छवि व व्यवहार से जो पैंठ बनाई है उसका उनको पूरा लाभ आगामी विधानसभा चुनावों में मिल सकता है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में उनका प्रयास है कि कुमारी सैलजा को सिरसा विधानसभा क्षेत्र से अधिक से अधिक वोटों से जीताएं। इसके लिए उनका पूरा परिवार मेहनत कर रहा है।