सिरसा। कांग्रेस पार्टी में आपसी खिंचातान किसी से छिपी नहीं हुई है। इसी के चलते कांग्रेस द्वारा कई दिनों तक माथापची करने के बावजूद अब तक सभी सीटों के प्रत्याशी फाइनल नहीं हो पाए है। हुड्डा और सैलजा ग्रुप एक-दूसरे के प्रस्तावित प्रत्याशियों को टिकट दिए जाने में खुश नहीं है।
हालांकि कांग्रेस इसके समाधान के लिए सब कमेटी भी गठित कर दी पर उसके बावजूद कांग्रेस हाई कमान अभी तक अपना फैसला नहीं सुना पाया है। इतना ही नहीं जिन प्रत्याशियों की टिकटें फाइनल हो चुकी है वे भी दिल्ली छोड़ कर अपने हलकों में नहीं पहुंच रहे। इससे कांग्रेस के चुनाव प्रचार में हो रही देरी से बीजेपी खुश है क्योंकि अब तक उनके सामने मैदान में प्रत्याशी न होने के कारण वे अपने प्रचार को बिना कंपिटिशन के कर रहे है।
दूसरी तरफ बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों को एक माह से भी अधिक समय पहले मैदान में उतार दिया था और वे जोर-सोर से प्रचार में जुटे हुए है। बात सिरसा की करें तो कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस से कुमारी सैलजा के नाम पर मुहर लगा दी थी पर अब कुमारी सैलजा ने सिरसा के मतदाताओं के बीच आने की जहमत नहीं उठाई है।
इसके पिछे क्या कारण ये तो वही बता सकती हैं पर टिकट मिलने के बाद भी मैदान में न आने से लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म होता जा रहा है। वहीं बीजेपी इससे खुश दिखाई दे रही है क्योंकि उनको बिना किसी कंपीटिशन के मैदान में जाने का अवसर मिला हुआ है।
बताया जा रहा है कि कुमारी सैलजा की टिकट कांग्रेस की तरफ से कई दिन पहले से कर दी गई थी पर अपनी टिकट के अलावा अपने चहेतों को टिकट दिलवाले या फिर यूं कहें कि हुड्डा ग्रुप के नेताओं की टिकट पर रार करने के लिए कांग्रेस के घोषित हो चुके प्रत्याशी दिल्ली नहीं छोड़ रहे है।
अब लोगों में चर्चा है कि कुमारी सैलजा सिरसा में कब आ रही है? लोगों का सवाल यह भी है कि जब टिकट मिल गई है तो प्रत्याशी अपने चुनावी प्रचार के लिए लोगों के बीच क्यों नहीं आ रहे? राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस के प्रत्याशी जितनी देरी से मैदान संभालेंगे बीजेपी को उतना ही अधिक लाभ होगा।
कम दिन शेष रह जाने के कारण प्रत्याशी द्वारा हलके सभी गांवों को कवर करना भी काफी कठिन हो जाएगा। दो दिन से सोशल मीडिया पर कुमारी सैलजा के सिरसा आने की खबरें चल रही है पर उसके बाद कुमारी सैलजा के समर्थकों को सोशल मीडिया पर पुष्टि की जा रही है कि कुमारी सैलजा के अभी सिरसा आने की सूचनाएं सही नहीं है। अब तक कुमारी सैलजा का सिरसा आने का कार्यक्रम तय न होना भी कांग्रेस की लेटलतिफी दर्शा रहा है।