चंडीगढ़, 3 अप्रैल- हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग अग्रवाल ने कहा कि चुनावों के दौरान गलत सूचना के प्रसार से निपटने और चुनावी प्रक्रिया की अखंडता को बनाए रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने आज आम चुनाव 2024 के मद्देनजर एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ‘Myth vs Reality Register’ लॉन्च किया है। यह एक वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म है, जो निर्वाचन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट Myth vs Reality Register पर जनता के लिए उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि यह पहल चुनावी प्रक्रिया को गलत सूचना से बचाने के लिए ईसीआई के चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। विश्व स्तर पर कई लोकतांत्रिक देशों में गलत सूचना और झूठी कहानियों के प्रसार के बढ़ती चिंता को देखते हुए निर्वाचन आयोग का यह प्रयास है कि मतदाताओं को पूरी चुनावी प्रक्रिया के दौरान सटीक और सत्यापित जानकारी मिले।
उन्होंने बताया कि ‘Myth vs Reality Register’ चुनाव अवधि के दौरान प्रसारित मिथक जानकारियां और झूठी खबरों को दूर करने के लिए तथ्यात्मक जानकारी के एक व्यापक भंडार के रूप में कार्य करेगा। इसे उपयोगकर्ता के अनुकूल प्रारूप में डिजाइन किया गया है, जो व्यापक रूप से ईवीएम/वीवीपीएटी, मतदाता सूची/मतदाता सेवाओं, चुनावों के संचालन और अन्य विषयों से संबंधित मिथक जानकारियों और गलत सूचनाओं के क्षेत्रों को कवर करता है।
यह रजिस्टर पहले से ही उजागर चुनाव संबंधी फर्जी जानकारी, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित होने वाले संभावित मिथक जानकारियों, महत्वपूर्ण विषयों पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और सभी हितधारकों के लिए विभिन्न अनुभागों के तहत संदर्भ सामग्री प्रदान करता है। रजिस्टर को नियमित आधार पर अपडेट किया जाएगा।
सभी हितधारकों को किसी भी चैनल के माध्यम से प्राप्त किसी भी संदिग्ध जानकारी को ‘Myth vs Reality Register’ में दी गई जानकारी से सत्यापित और पुष्टि करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग जानकारी को सत्यापित करने, गलत सूचना के प्रसार को रोकने, मिथक जानकारियों को दूर करने और आम चुनाव 2024 के दौरान प्रमुख मुद्दों के बारे में सूचित करने के लिए किया जाएगा। उपयोगकर्ता रजिस्टर से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी जानकारी साझा कर सकते हैं।