बेलगाम अधिवेशन भारत की स्वतंत्रता के लिए एकता और सत्याग्रह के गांधीवादी सिद्धांतों को आगे बढ़ाने का प्रतीक बना- बजरंग गर्ग
बापू महात्मा गांधी ने एक लंगोटी एक सोटी से भारत देश को आजाद करवाने का काम किया- बजरंग गर्ग
बापू महात्मा गांधी ने सत्याग्रह, शान्ति, अहिंसा के रास्तों पर चलते हुए अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया- बजरंग गर्ग
हिसार- कांग्रेस पार्टी का 26 दिसंबर 1924 को ऐतिहासिक राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान बापू महात्मा गांधी जी को कांग्रेस का अध्यक्ष चुना जाने के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा महात्मा गांधी जी की ऐतिहासिक भूमिका और उनकी
विरासत का सम्मान करने के लिए पार्टी जिला मुख्यालय कांग्रेस भवन में सम्मान स्मारक शताब्दी समारोह कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सीनियर प्रवक्ता व जिला कन्वीनर बजरंग गर्ग के नेतृत्व में किया गया। जिसमें पार्टी के प्रतिनिधिओं ने बापू महात्मा गांधी के सम्मान में अपने विचार रखे।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सीनियर प्रवक्ता व जिला कन्वीनर बजरंग गर्ग ने महात्मा गांधी जी की ऐतिहासिक भूमिका का बखान करते हुए कहा कि बेलगाम अधिवेशन विभिन्न कारणों से कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशनों जिन्हें अब पूर्ण अधिवेशन कहा जाता है
और महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह एकमात्र सत्र था जिसकी अध्यक्षता गांधी जी ने अपने लम्बे सार्वजनिक जीवन में की थी। इस सत्र के दौरान गांधी जी ने कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के नेताओं से मुलाकात की और सत्र से पहले और बाद में विभिन्न बैठकों को सम्बोधित किया।
ऐसा माना जाता है कि समाज सेवा और स्वयंसेवा पर उनके ध्यान ने बाद में घाटप्रभा में सेवा दल के गठन का नेतृत्व किया। बजरंग गर्ग ने बेलगांव अधिवेशन की महत्वता बताते हुए कहा कि बेलगाम अधिवेशन भारत की स्वतंत्रता के लिए एकता और सत्याग्रह के गांधीवादी सिद्धांतों को आगे बढ़ाने का प्रतीक बना।
गांधी जी के नेतृत्व में इस अधिवेशन ने कांग्रेस के जनाधार को मजबूत किया और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी। यह स्वराज और सत्याग्रह जैसे मूलभूत सिद्धांतों का साक्षी बना, जिसने लोगों को ना केवल प्रेरित किया, बल्कि उन्हें एकजुट भी किया।
बजरंग गर्ग ने कहा कि बापू महात्मा गांधी ने एक लंगोटी एक सोटी से भारत देश को आजाद करवाने का काम किया। बापू महात्मा गांधी जी शान्ति व अहिंसा के पुजारी थे और सत्याग्रह, शान्ति, अहिंसा के रास्तों पर चलते हुए अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
इस अवसर पर वरिष्ठ नेता छत्रपाल सोनी, महिला जिला अध्यक्ष संतोष जून, वरिष्ठ नेता रणवीर शर्मा उर्फ कालू पंडित, वरिष्ठ नेता अमर गुप्ता, महिला नेत्री कृष्ण दुग्गल, महिला नेत्री गीता आहूजा, महिला हल्का अध्यक्ष मनीषा दहिया, वरिष्ठ नेता अनूप सरसाना,
वरिष्ठ नेता चंद्र भान काजला, कांग्रेस नेता एडवोकेट धर्मेन्द्र घणघस, युवा नेता हेमंत गुज्जर, युवा नेता सुरेश पंघाल लाडवा, युवा नेता सोनू लंकेश, रिटायर्ड कर्मचारी सेल अध्यक्ष रणधीर सिंह बामल, युवा नेता घनश्याम वर्मा, वरिष्ठ नेता सुरेश वाल्मीकि, नरेंद्र सिंह पूनिया लाडवा, प्रदेश संगठन मंत्री राजेंद्र बंसल,
प्रदेश सचिव निरंजन कुमार गोयल, जय बीर सिंह कुंडू, जसबीर सिंह,पूर्व अल्पसंख्यक चेयरमैन विक्टर डेविड, कृष्ण माहसी, प्रदेश युवा सचिव भारत सोनी कांग्रेस भवन सेक्रेटरी अनिल बिश्नोई आदि कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि भारी संख्या में मौजूद थे।