चंडीगढ, 9 जून। हरियाणा में तीन-चार दिन राहत के बाद रविवार से फिर भीषण गर्मी की शुरुआत हो गई है।
मौसम के जानकारों के अनुसार प्री-मानसून के आगमन तक हरियाणा में पारा 45 डिग्री सेल्सियय पार जा सकता है ।
भीषण गर्मी के चलते लोगों को एक बार फिर लू के थपेड़ों का सामना करना पड़ेगा।
इससे पहले हरियाणा में 14 मई से 5 जून तक लगातार भीषण लू चली थी जो अब तक का रिकॉर्ड है।
इससे पहले साल 1982 में लगातार 19 दिन तक लू चली थी। मौसम के अनुसार अभी प्रदेश में लू का दौर जारी रहेगा।
संभावना जताई जा रही है कि 4-5 दिन तक लू चलेगी। पिछले 24 घंटे में रात का तापमान औसतन 2.3 डिग्री बढ़ा है।
गुरुग्राम में सबसे ज्यादा 5.8 डिग्री बढक़र 30.9 डिग्री पर पहुंच गया है। पंचकूला और यमुनानगर में यह 25.9 डिग्री रहा।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि हरियाणा से मानसून अभी 13 सौ किलोमीटर दूर है।
अभी मानसून कर्नाटक से होते हुए महाराष्ट्र तक पहुंच गया है। हालांकि, इस बार उसकी स्पीड काफी अच्छी है।
प्रदेश में मानसून 28 जून से जुलाई के पहले सप्ताह में कभी भी दस्तक दे सकता है।
उससे पहले प्री-मानसून की बारिश होनी की संभावना है और 20 जून के आसपास मौसम में बदलाव आ सकता है।
इस बार हरियाणा में 96 से 102 प्रतिशत बारिश का अनुमान है, जो सामान्य की श्रेणी में आती है।
मानसून सीजन में 460 एमएम बरसात सामान्य मानी जाती है।
हरियाणा के हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, करनाल, यमुनानगर, सोनीपत, जींद, पानीपत, कैथल, कुरुक्षेत्र,
अंबाला व पंचकूला जिलों में कहीं-कहीं तेज हवा व गरज चमक के साथ बूंदाबांदी या हल्की बरसात हुई।
इसका असर रहा कि दिन के तापमान में गिरावट आई और लोगों को गर्मी से राहत मिली।