सिरसा, 6 अक्टूबर। अब तक कोई भी पार्टी सरकार में बनाने में हैट्रिक नहीं लगा पाई है। इस बार बीजेपी लगा पाती है या नहीं इस बात का पता से आठ अक्टूबर को मतगणना के बाद ही लगेगा पर संभावनाएं न के बराबर नजर आ रही है।
क्योंकि कांग्रेस सत्ता की तरफ बढ़ती नजर आ रही है। कांग्रेस की लगातार दो बार सरकार 1968 व 1972 में रही पर 1977 में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई।
इसी प्रकार 2005 व 2009 में कांग्रेस की लगातार दो बार सरकार बनी लेकिन 2014 में सत्ता से बाहर हो गई और हैट्रिक लगाने से वंचित रह गई।
भाजपा की सरकार 2014 व 2019 में लगातार दो बार तो बन गई पर इस बार सरकार बनती नजर नहीं आ रही, जिसके चलते कहा जा सकता है कि भाजपा भी हैट्रिक लगाने से वंचित रह सकती है।
कब कब किस पार्टी की बनी सरकार
1967 में विशाल हरियाणा, 1968 व 1972 में कांग्रेस, 1977 में जनता पार्टी, 1982 में कांग्रेस, 1987 में लोकदल, 1991 में कांग्रेस, 1996 में हरियाणा विकास पार्टी, 2000 में इनेलो, 2005 व 2009 में कांग्रेस, 2014 व 2019 में भाजपा की सरकार बनी।
सूबे में 66.96 प्रतिशत वोटिंग
14वीं विधानसभा के लिए हुए मतदान में 2019 के मुकाबले मतदान 1.24 प्रतिशत कम रहा।
हरियाणा में शनिवार को मतदान हुआ। चुनाव आयोग के रात एक बजे तक के आंकड़ों के अनुसार राज्य में 66.96 प्रतिशत वोटिंग रिकॉर्ड की गई। 2019 में 68.20 प्रतिशत मतदान हुआ था। यानी इस बार पिछले चुनावों के मुकाबले में वोटिंग 1.24 प्रतिशत कम हुई है।
हरियाणा में कब कब कितने प्रतिशत हुआ मतदान
1967 में 72.65 प्रतिशत, 1968 में 57.26 प्रतिशत, 1972 में 70.46 प्रतिशत, 1977 में 64.46 प्रतिशत, 1982 में 69.87 प्रतिशत, 1987 में 71.24 प्रतिशत, 1991 में 65.86 प्रतिशत,
1996 में 70.54 प्रतिशत, 2000 में 69.01 प्रतिशत, 2005 में 71.96 प्रतिशत, 2009 में 72.29 प्रतिशत, 2014 में 76.13 प्रतिशत, 2019 में 68.20 प्रतिशत और 2024 में 66.96 प्रतिशत मतदान हुआ।
सिरसा जिला में कुल मतदान 73.09 प्रतिशत
डबवाली 75.90 प्रतिशत, ऐलनाबाद 78 प्रतिशत, कालांवाली 75.20 प्रतिशत, रानियां 74 प्रतिशत व
सिरसा विधानसभा में 64 प्रतिशत मतदान हुआ।
इसी प्रकार अगर हरियाणा की बात करें तो रोहतक जिले में 66.46 प्रतिशत, यमुनानगर में 73.27 प्रतिशत, पंचकूला में 58.70 प्रतिशत, झज्जर में 65.47 प्रतिशत, जींद में 70.64 प्रतिशत, चरखी दादरी में 63.74 प्रतिशत,
कैथल में 72.21 प्रतिशत, फरीदाबाद में 55.46 प्रतिशत, कुरुक्षेत्र में 68.61 प्रतिशत, करनाल में 65.58 प्रतिशत, अंबाला में 67.57 प्रतिशत, भिवानी में 63.74 प्रतिशत, फतेहाबाद में 74.51 प्रतिशत,
गुरुग्राम में 57.73 प्रतिशत, हिसार में 69.94 प्रतिशत, महेंद्रगढ में 70.45 प्रतिशत, मेवात में 72.83 प्रतिशत, पलवल में 73.25 प्रतिशत, पानीपत में 67.98 प्रतिशत, रेवाड़ी में 66.32 प्रतिशत व सोनीपत में 64.52 प्रतिशत मतदान हुआ।