ओढ़ा (अशोक गर्ग)
गुरुवार की रात से लगातार हो रही बूंदाबांदी से किसानों के चेहरों पर रौनक आ गई है। अक्टूबर में बोई गई सरसों और नवंबर में बोई गेहूं की फसल को अब पानी की सख्त जरूरत थी।
किसान दिन रात ट्यूबवेलों द्वारा सिंचाई करके काम चला रहे थे लेकिन ट्यूबवेलों से निकला पानी शोरा युक्त होने के कारण जमीन पर सफेद परत बननी शुरू हो गई थी। कल रात से चल रही बारिश ने उसे धो दिया जिससे जमीन का खारापन कम होने लगा है।
किसान हीरासिंह कुंडर, संदीप सिंह, राजेन्द्र गोदारा व लाल चन्द जांगू आदि ने बताया कि इस बारिश से अब एक महीने तक फसलों को सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ेगी।
सुखा पाला पड़ने से सरसों की फसल पीली पड़नी शुरू हो गई थी। इस बारिश से अब दोनों फसलों को भरपूर फायदा होगा व उत्पादन भी बढ़ेगा। शनिवार को मौसम साफ होने के बाद किसान अपने खेतों में यूरिया खाद का छिड़काव कर रहे हैं।