23 को मंदिर प्रांगण में खेली जाएगी फूलों की होली
सिरसा। नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन श्री शनि धाम भक्तों की आस्था व श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। मंदिर में स्थापित शनि शिला, नौ वाहनों पर सवार शनिदेव के नौ स्वरूप, नव ग्रह तथा 250 वर्ष पुरानी अदभूत फलदायी शनिदेव की प्रतिमा के दर्शनों के लिए लोग उमड़ रहे हैं। इसके साथ ही सिरसा जिले में प्रथम बार स्थापित बाबो सा भगवान के स्वरूप के दर्शन व पूजन के लिए भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।
नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन श्री शनिधाम जीणोद्धार के बाद भव्य रूप ले चुका है। सिरसावासियों के सहयोग से मंदिर परिसर को भव्य तरीके से बनाया जा रहा है। मंदिर की मान्यता पहले से भी कई गुणा बढ़ गई है। महाराष्ट्र के शिंगनापुर में स्थापित शनि जी की शिला के स्वरूप की भांति सिरसा में स्थापित शिला पर तेल अर्पण के लिए श्रद्धालु सुबह से आना शुरू हो जाते हैं।
प्राचीन श्री शनि धाम में होली त्योहार के उपलक्ष्य में आगामी 23 मार्च की रात आठ बजे से फूलों की होली कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें भजन गायिका सुमन मित्तल तथा संकट मोचन महिला मंडल द्वारा सुंदर भजनों की प्रस्तुत दी जाएगी तथा फूलों से होली खेली जाएगी।
आज उदय होंगे शनिदेव, दशा पीड़ितों को देंगे विशेष लाभ
16 मार्च को शनि उदय हो रहे हैं। शनि पिछले कुछ समय से अस्त चल रहे थे। शनि के उदय होने से शनि साढ़ेसत्ती, ढैय्या प्रभावित राशि के जातकों के लिए उत्तम फलदायी होगा। शनिवार के दिन विधि विधान से शनिदेव जी की पूजा करें। उन्हें तेल, उड़द, तिल, काला कपड़ा, ध्वजा, प्रसाद इत्यादि अर्पित करें। शनिवार को हनुमान जी की प्रतिमा पर चमेली का तेल व सिंदूर अर्पित करें। इस दिन मजदूरों को भोजन करवाना विशेष फलदायी रहेगा।