एसपी ने दी उचित कार्रवाई का भरोसा
सिरसा। गुरुद्वारा श्री जीवननगर की जमीन पर कब्जे को लेकर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को लगातार भैणी साहिब मस्तानगढ़ की ओर से कब्जा करने की धमकी दी जा रही थी।
पुलिस व प्रशासन को भी मामले की गंभीरता बाबत अवगत करवाया गया था, लेकिन कब्जा करने वाले लोगों ने एक प्लान के तहत अचानक गुरुद्वारे पर कब्जा करने की नियत से अचानक संगत पर फायरिंग कर दी, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए।
आरोप है कि इन लोगों का काम ही जमीनों पर कब्जे करने का है और करीब आधा दर्जन एफआईआर भी इनके खिलाफ दर्ज है। उक्त आरोप गुरुद्वारा श्री जीवननगर के सुबा बलजीत सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए लगाए।
उनके साथ एडवोकेट नरेंद्र सिंह, मा. सुखदेव सिंह, जसबीर सिंह सेठी, गुरनाम सिंह, जसबीर सिंह, अवतार सिंह, गुरमुख सिंह, पलविंद्र सिंह भी मौजूद थे।
उन्होंने गुरुद्वारे की जमीन का रिकॉर्ड दिखाते हुए बताया कि बलदेव सिंह पुत्र रणजीत सिंह ने सन 1999 में 88 कनाल, एक मरला जमीन दलीप कौर के नाम रहण को दी थी, जोकि नहरी थी, जिसका इंतकाल नंबर 5006 है और यह 2029 तक वैध है और कानूनी तौर पर इस जमीन के रिकॉर्ड के साथ किसी प्रकार से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती।
जबकि भैणी साहिब मस्तानगढ़ की ओर से उसी बलदेव सिंह की 88 कनाल का तबादला 22 कनाल 16 मरले जमीन में इंतकाल नंबर 4908 करवा लिया।
इसके बाद दलीप कौर की तरफ से एसडीएम कोर्ट में अपील की गई। एसडीएम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद दूसरा पक्ष हिसार कमिश्नर के पास चला गया।
हिसार कमिश्नर ने रिकॉर्ड देखने के बाद 1.27 लाख रुपए का जुर्माना लगाकर 4899 इंतकाल को बहाल कर दिया। इसके बाद दलीप कौर 2007-08 में फाइनेंस कमिश्नर चंडीगढ़ के पास चले गए।
फाइनेंस कमिश्नर ने 2019 में 4899 इंतकाल को खारिज कर दिया। फाइनेंस कमिश्नर ने एसडीएम को आदेश दिए कि इस इंतकाज को तुरंत प्रभाव से खारिज कर दुरुस्त किया जाए।
इसके बाद भणी साहिब मस्तानगढ़ की ओर से सिविल कोर्ट में जाकर बलदेव सिंह के वारिशों को पार्टी बनाया गया, जबकि श्री गुरुद्वारा जीवन नगर कमेटी को पार्टी नहीं बनाया, जोकि वसियत के अनुसार 108/ 1 जुलाई 2013 के अनुसार पार्टी बनाया जाना चाहिए था।
11 अगस्त की सुबह संगत अपने कार्र्याें में लगी हुई थी। तभी करीब 250-300 लोग कमेटी की काश्त की गई धान की जमीन में कीटनाशक छिडक़ाव के बहाने आए।
इन लोगों ने गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के सदस्यों को ललकारते हुए गुरुद्वारे पर कब्जा करने की धमकी दी। इससे पहले की कमेटी सदस्य कुछ समझ पाते उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए।
हालांकि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की ओर से चौकी, डीएसपी ऐलनाबाद सहित तमाम अधिकारियों को मामले की गंभीरता से अवगत करवाया गया था, लेकिन उन्होंने डायल 112 पर रिपोर्ट करवाने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया,
जिसके चलते ये वारदात हुई। घटना के बाद एसपी सिरसा भी मौके पर पहुंचे थे और उन्होंने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त लोगों की राजनीतिक पहुंच के कारण उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
सुबा बलजीत सिंह ने कहा कि उन्हें एसपी सिरसा से उम्मीद है वो हमारे साथ न्याय करेंगे। उन्होंने आम संगत से अपील की कि धार्मिक स्थलों पर इस प्रकार की घटनाओं की बजाय समस्या का बैठकर आपसी सहमति से निपटारा करना चाहिए, ताकि इस प्रकार की समस्याएं उत्पन्न ही न हो।