चंडीगढ़, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढ़ाडा ने शुक्रवार को प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने मुलाकात की। उनके साथ इस प्रतिनिधिमंडल में लीगल सेल के प्रदेशाध्यक्ष मोक्ष पसरीजा, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ मनीष यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अनिल रंगा, प्रदेश युवा सचिव मोना सिवाच भी साथ रहे। उन्होंने कहा कि सभी मुददों को लेकर बातचीत हुई और मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी मुद्दों को लेकर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
वहीं कैथल में आम आदमी पार्टी के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर भी चुनाव आयोग की जांच सही दिशा में बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में पंजाब गुख्यमंत्री भगवंत मान के रोड शो से पहले भी जिस प्रकार जिला चुनाव अधिकारी के कर्मचारियों ने बैनर उतारने का काम किया। उसको लेकर भी बातचीत हुई।
इस मामले को भी मुख्य चुनाव आयुक्त के संज्ञान में लाया गया और आपत्ति दर्ज करवाई गई। वहीं लगभग सभी जिलों में कान्टेक्च्यूल कर्मचारी जिला चुनाव कार्यालयों में काम कर रहे हैं। ऐसे में अगर कोई घटना होती है, तो इसकी जिम्मेदारी जिला चुनाव अधिकारी के कंधों भी आती है, इसलिए आम आदमी पार्टी ने इसको लेकर भी मुख्य चुनाव आयुक्त से समक्ष अपनी बात रखी।
अनुराग ढांडा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात ने बाद प्रेसवार्ता में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कल मीडिया से मुखातिब थे। आज की तारीख में न तो वे एमएलए हैं, न वे किसी सरकारी पद पर हैं, और न ही वे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। जिस तरीके से प्रेस वार्ता में बोल रहे थे, वो आचार संहिता का उल्लंघन है। वे जिस तरीके से घोषणाएं कर रहे थे, वे एक फर्जी मुख्यमंत्री की तरह व्यवहार कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कनीना में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे पर वे बिना किसी सरकारी सरकारी पद और संवैधानिक पोस्ट पर नहीं होते हुए भी मुआवजा देने, जांच बैठाने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने और डॉक्टरों को निर्देश देने जैसी बात कर कर रहे थे। वे अब केवल लोकसभा उम्मीदवार हैं। जबकि उनकी भाषा एक फर्जी मुख्यमंत्री जैसी थी। इसके खिलाफ भी आचार संहिता के उल्लंघन की मुख्य निर्वाचन अधिकारी को शिकायत की गई है। मनोहर लाल खुद को मुख्यमंत्री की तरह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि करनाल से उम्मीदवार मनोहर लाल खुद को मुख्यमंत्री दिखाकर चुनावी फायदा लेने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी साढ़े नौ साल की आदत छुटने का नाम नहीं ले रही है। वे आज भी खुद को सीएम समझ कर न सिर्फ संवैधानिक पद का अपमान कर रहे हैं, बल्कि वर्तमान सीएम नायब सिंह का भी अपमान कर रहे हैं। उनको वे रबर स्टैंप सीएम साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मनोहर लाल अपने वक्तव्य में कई ऐसी चीजें बोल रहे हैं जो उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। वे केवल बीजेपी के उम्मीदवार हैं। ना तो उनका प्रदेश के मेडिकल प्रशासन पर कोई नियंत्रण है, ना उनका प्रशासन पर कोई नियंत्रण है और ना ही उनके पास कोई राजनीतिक शक्ति है। उनको कोई भी घोषणा करने का ना नैतिक और ना ही प्रशासनिक अधिकार है। आज के दिन वे प्राइवेट पर्सन हैं। इतने संवेदनशील विषय पर भी राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा सरकार और नेताओं से गुस्से में है। 10 साल तक जो भारतीय जनता पार्टी ने जो प्रदेश की जनता का अपमान किया है। कोई भी मांग लेकर हरियाणा के लोग गए हैं, चाहे अपने मान सम्मान की रक्षा के लिए माताएं बहनें गई हों, चाहे सरपंच अपना अधिकार मांगने गए हों, चाहे किसान एमएसपी मांगने गए हों, चाहे युवा रोजगार मांगने गए हों, भारतीय जनता पार्टी ने सबका लाठियों से स्वागत करने का काम किया।
लोगों का गुस्सा विरोध के रूप में सामने आ रहा है। जो भारतीय जनता पार्टी तानाशाही लाना चाहती है। उसका जवाब लोकतांत्रिक तरीके से वोट की ताकत से दें। जहां तक विरोध की बात है, संयमित तरीके से और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करें, वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रति गुस्से का वोटों की चोट से जवाब देने का काम करें।