रोड बंद ट्रक चालकों के लिए बना परेशानी का सबब, लोगों ने किया चाय व लंगर का प्रबंध

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गुजरात से चल कर पहुंचे ट्रक, आगे सिर्फ बचा था डेढ घंटे का रास्ता, रोड़ बंद करने के कारण आठ दिन से बैठे इंतजार में
सिरसा के बाइपास पर ट्रकों की लगी लंबी कतार, चालक बोले सरकार खोले रास्ते
सिरसा, 18 फरवरी। किसानों को दिल्ली में कूच करने से रोकने के लिए बंद किए गए मार्ग लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है। खास कर ट्रक चालकों के लिए यह अधिक परेशानी बनी हुई है, क्योंकि जब तक रोड़ खोले नहीं जाएंगे उनको रोड़ किनारे ही इंतजार करना पड़ेगा।

ट्रकों के चालकों व परिचालकों के लिए चाय व खाने की समस्या को देखकर पास के गांव चक शहीद (नेजाडेला कलां) की संगत ने लंगर शुरू कर दिया है। दिन भर चाय व लंगर चलाया जा रहा है। इसमें ग्रामीणों के अलावा अन्य लोग भी सहायता कर रहे है। ट्रक चालकों व परिचालकों ने कहा कि अगर लोग लंगर का प्रबंध पन करते तो हमारे लिए बहुत मुश्किल हो जाती।


गांव चक शहीद के सतवीर, सोहन लाल, गुरजंट सिंह, पालाराम, दर्शन सिंह, केवल कृष्ण, कृष्ण लाल, विपन, गुरदीप सिंह, मैक्स साहूवाला ने बताया कि बरनाला रोड़ व घग्गर पुल के बीच बाईपास एरिया में बंद के चलते करीब ढाई सौ ट्रक फंस गए थे। ऐसे में आसपास न तो चाय का प्रबंध था न खाने का प्रबंध था। दूर दराज जाकर चालक व परिचालक खाना खाते थे। ऐसे में चाय व खाने के रेट भी लोगों ने बहुत बढ़ा दिए थे।

चालकों व परिचालकों की मजबूरी का फायदा उठाते देख व उनकी परेशानी को देखते हुए हमने लंगर शुरू करने का फैसला लिया। जिसमें गांव के लोगों ने पूरा सहयोग किया। अब एक सप्ताह से दिन-रात चाय व लंगर जारी है। जब तक रास्ते नहीं खुलते लंगर सेवा जारी रखेंगे।


गुजरात से चलकर लुधियाना जा रहे ट्रक चालक सोहन सिंह ने बताया कि वह एक सप्ताह से यहां पर फंसा हुआ है। लोगों द्वारा लंगर न लगाया होता तो बहुत परेशानी हो जाती। दिल्ली से चलकर अबोहर जा रहे ट्रक चालक गुरनाम सिंह ने बताया कि उसे नहीं मालूम था कि इस प्रकार रास्ते में फंस जाएगा, इस लिए किसी प्रकार के अतिरिक्त प्रबंध भी नहीं थे। लोगों का सहयोग न मिलता तो इतने दिन यहां गुजारने मुश्किल हो जाते।

चालक सुरेश कुमार ने बताया कि वह दिल्ली से चला था और डबवाली जाना था। आगे रास्ता एक घंटे का ही शेष बचा था कि रोड़ बंद होने के कारण यहां पर फंस गया। एक सप्ताह से यहां बैठा हुआ हूं सरकार को लोगों की परेशानी को समझना चाहिए। हमारा क्या गुनाह है कि यहां पर कैद करके रख दिए।

इसी प्रकार रायपुर (छतीसगढ) से सिरसा के गांव शेरगढ जा रहे चालक जाहिद ने बताया कि सैकडों किलोमीटर का सफर तय करके जिस जिले के गांव में माल उतारने जाना था उसी जिले में गांव से कुछ किलो मीटर पहले यहां पर फंस गया। रोड़ खोलने चाहिए सरकार को। लोगों ने लंगर की मदद न की होती तो सभी चालकों व परिचालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता।

आंध्र प्रदेश से चलकर फिरोजपुर जा रहे ट्रक चालक राजा यादव ने कहा कि रोड बंद करने की पहले सूचना नहीं थी इस लिए वह यहां पर आकर फंस गया। नहीं तो उसी हिसाब से रवाना होता। सरकार रोड बंद करके आम लोगों को परेशान कर रही है। एक सप्ताह से यहां पर ठहरे हुए है और आगे पता नहीं कितने दिन और ठहरना पड़ेगा। ऐसे में जो भाड़े से बचत होनी थी उसकी जगह पर घाटा हो जाएगा।

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