अंबाला, 10 अप्रैल। हरियाणा और पंजाब सरकार के अधिकारियों से चंडीगढ में हुई बातचीत के बाद किसानों ने आज किए जाने वाले रेल रोको आंदोलन को 16 अप्रैल तक स्थगित कर दिया है। सरकार ने किसानों से वाटर कैनन बॉय नवदीप जलबेहडा सहित 3 किसानों की रिहाई व अन्य मांगों के लिए 16 अप्रैल तक का समय मांगा था।
जिसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने रेल रोको आंदोलन को 16 अप्रैल तक स्थगित कर दिया है। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि किसान आंदोलन-2 के 58 दिन हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन से जुड़े तीन किसान जेल में बंद है।
उन्होंने बताया कि किसानों की रिहाई को लेकर हरियाणा और पंजाब की सरकारों ने 16 अप्रैल तक का समय मांगा है। वार्तालाप के बाद सरकार को 16 अप्रैल तक का समय दे रहे हैं, अगर 16 अप्रैल तक सरकार किसानों को रिहा नहीं करेगी तो 17 अप्रैल को किसान रेल रोको आंदोलन करने से गुरेज नहीं करेंगे और इससे आगे का समय नहीं दिया जाएगा।
किसान नेता पंधेर ने कहा कि मध्य प्रदेश में कलश यात्रा निकाली जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकसित भारत का नारा लगा रहे हैं, जो वास्तव में है नहीं। पंधेर ने किसानों से आह्वान किया कि जो फसलों मंडी में बिकती नहीं, जिनका एमएसपी नहीं मिलता, उन फसलों को भाजपा की रैलियों में लेकर जाएं और आवाज उठाएं।
पंधेर ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती, हम आंदोलन जारी रखेंगे, संघर्ष करने से किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे। सरवण सिंह पंधेर व कई किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल तमिलनाडु में गए हुए हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर 13 फरवरी से किसान आंदोलन-2 चल रहा है। पुलिस ने कई किसान नेताओं को गिरफ्तार भी किया। किसानों का कहना है कि 10 फरवरी के बाद से हरियाणा में सैकड़ों किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनमें से 3 किसान अभी भी जेल में हैं।
अनीश खटकड़ 19 मार्च से जींद जेल में बंद हैं, 28 मार्च को अंबाला पुलिस ने युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेहड़ा और गुरकीरत सिंह अंबाला सेंट्रल जेल में बंद हैं।