सिरसा, 19 सितंबर। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सभी सीटों पर चुनाव प्रचार तेज हो गया है। अब शह और मात की जंग शुरू हो गई है।
जीत के लिए मैदान में उतरे प्रत्याशी साम, दाम, दंड-भेद सभी प्रकार के हथकंडे अपनाने से भी गुरेज नहीं करेंगे। ऐसे में रानियां सीट की बात करें तो अब तक की स्थिति में इनेलो के अर्जुन चौटाला बढ़त बनाए हुए हैं।
पर आजाद प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे रणजीत सिंह के पेंच फंसते नजर आ रहे हैं। हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चौ. देवीलाल के बेटे रणजीत सिंह राजनीति में अपने कद को काफी ऊंचा आंक रहे हैं।
पर पहले बार विधानसभा के चुनाव में उतरे रिश्ते में लगते उनके पोते अर्जुन से पीछे ही नजर आ रहे हैं। रणजीत का गणित बिगाड़ने में आम आदमी पार्टी का विशेष योगदान रहेगा।
क्योंकि पगड़ीधारी हैप्पी रानियां आप की टिकट पर मैदान में उतरे हुए हैं जो कंबोज बिरादरी के अलावा पंजाबी बेल्ट में भारी पड़ते दिख रहे हैं।
सिख बेल्ट के लोगों की सभी पार्टियों से एक शिकायत रही थी कि जब से रानियां हलका बना तो उन्हें उम्मीद जगी थी कि सिख समुदाय में से भी पार्टियों की तरफ से कैंडिडेट मैदान में उतारे जाएंगे।
पर जब से हलका बना तक से किसी पार्टी ने सिखों को टिकट नहीं दी। लेकिन इस बार आम आदमी ने कंबोज बिरादरी के पगड़ीधारी हैप्पी रानियां को मैदान में उतार दिया है, जहां से रणजीत सिंह को बढ़त की उम्मीद थी।
दूसरी ओर जाटों की बेल्ट में अर्जुन चौटाला भारी पड़ेंगे। इस प्रकार दोनों ही तरफ से रणजीत सिंह कोई खास अच्छी स्थिति में नहीं दिख रहे। हालांकि पिछले कुछ दिनों में रणजीत सिंह का चुनाव उठा है पर जीत से अभी भी कोसों दूर दिख रहा है।