सिरसा, 02 मार्च। एडवोकेट जरनैल सिंह बराड़ ने मुख्यमंत्री व गृहमंत्री को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी दे दी, जिसके बाद सनसनी फैल गई। पुलिस एडवोकेट जरनैल सिंह बराड को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद आरोपी को कोर्ट से जमानत मिल गई। एडवोकेट बराड ने मैसेज लिखकर सोशल मीडिया ग्रुप्स में शेयर किया था।
पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने पर ऐलनाबाद थाना पुलिस ने सिक्योरिटी एजेंट कालूराम की शिकायत पर एडवोकेट जरनैल सिंह बराड़ के खिलाफ धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया और शुक्रवार को उसे घर से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे ऐलनाबाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जमानत मिल गई। एडवोकेट जरनैल सिंह बराड ऐलनाबाद के तलवाडा खुर्द गांव का रहने वाला है।
एडवोकेट जरनैल सिंह बराड ने पोस्ट में लिखा था कि किसान आंदोलन पर गोलियां चलाना कायरता और भारत की एकता, अखंडता, लोकतंत्र पर सीधा हमला है। आपका झूठ, झूठे वादे कुछ भी बर्दाश्त किया जा सकता है। भारत की एकता, अखंडता और लोकतंत्र पर हमला कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। भारत उपमहाद्वीप में छोटे छोटे देशों के समूह को एक देश बनाने के लिए लाखों करोड़ों कुर्बानियां दी गई हैं। आप सिर्फ अपनी कुछ समय की सत्ता बनाए रखने के लिए इस देश को फिर से टुकड़े-टुकड़े होने की तरफ धकेल रहे हैं।
मैं गुरु फरीद, गुरु कबीर, गुरु रविदास, गुरु नामदेव, गुरु नानक का पुत्र आपको ऐसा नहीं करने दूंगा। इस के लिए चाहे मुझे कोई भी कुर्बानी क्यों ना देनी पड़े। यदि आप दोनों ने एक महीने के अंदर किसान आंदोलन में शहीद शुभकरण सिंह पर चलने वाली गोलियों के लिए अपना लाई डिटेक्टर टेस्ट न करवाया तो मैं देश की एकता, अखंडता, लोकतंत्र, न्याय और सच की रक्षा के लिए आप दोनों की हत्या करने को मजबूर रहूंगा, क्योंकि गोलियां मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के आदेश के बिना कभी नहीं चलाईं जाती।
मैं गुरु अर्जुन देव, गुरु तेग बहादुर, महात्मा गांधी की अहिंसा वादी विचारधारा का कट्टर अनुयायी हूं और यदि देश की एकता, अखंडता, लोकतंत्र खतरे में हो तो मैं गुरु गोबिंद सिंह, महाराणा प्रताप, शिवाजी मराठा, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, उधम सिंह और चंद्रशेखर आजाद से भी ज्यादा दूर नहीं हूं।