कहा दलित वर्ग अब कांग्रेस के साथ जुड़ चुका है नहीं आएगा बहकावे में
टोहाना। आल इंडिया अम्बेडकर सेना के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट विजय कृष्ण रंगा ने बसपा-इनेलो गठबंधन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह गठबंधन को दोनों पार्टियों के लिए घाटे का सौदा साबित होगा।
क्यों कि न तो दलित अब इनेलो के साथ और न ही इनेलो के कार्यकर्ता बसपा के प्रत्याशी को वोट देने वाले ।
क्यों कि दलित वर्ग अब गत लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में बसपा का राजनैतिक ड्रामा देख चुके हैं तथा मायावती ने जिस ढंग से अपनी पार्टी बसपा के माध्यम से दलितों के साथ गद्दारी की है तथा दलित वर्ग की पीठ में छूरा घोपने का काम किया है । मायावती के दलित वर्ग के साथ धोखे से अभी उभर नहीं पाए हैं ।
उन्होंने कहा कि बसपा का हरियाणा में वैसे भी कोई जनाधार नहीं है परंतु अब इनेलो से आगामी विधानसभा चुनावों में समझौता से इनेलो खत्म ही हो जाएगा। वैसे भी बसपा-इनेलो गठबंधन यह तीसरा गठबंधन है,
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व दलित नेता एडवोकेट विजय कृष्ण रंगा ने बताया कि बसपा -इनेलो गठबंधन के पिछले दो गठबंधनों का जो हश्र हुआ है उसी तरह इस गठबंधन का होगा।
अब दलित वर्ग काफी जागरूक हो चुका है तथा कुछ व्यक्ति जो अनपढ़ व भौले भाले प्रकृति के है केवल उनका ही बसपा से जुड़ाव है परंतु गठबंधन में ऐसे दलित इनेलो को वोट किसी भी सूरत में नहीं देने वाले।
बसपा-इनेलो दोनों के लिए आत्मघाती कदम साबित होगा। दलित वर्ग अब काफी जागरूक हो चुका है तथा बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा दलितों के साथ हुए धोखे से काफी खफा हैं, हरियाणा में दलित वर्ग कांग्रेस पार्टी के साथ है तथा कांग्रेस पार्टी में ही अपने को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
आल इंडिया अंबेडकर सेना के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट विजय कृष्ण रंगा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में दलित वर्ग सिरसा की नवनिर्वाचित सांसद कुमारी सैलजा के साथ होने के साथ साथ कांग्रेस की दलित हितैषी निति से काफी प्रभावित हैं
इसलिए अब बसपा अब बीते हुए जमाने की बात बन कर रह गई। रंगा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दलित वर्ग ने स्पष्ट तौर पर बसपा की नितियों के खिलाफ जाकर इंडिया गठबंधन को समर्थन देकर यह स्पष्ट जाहिर कर दिया कि अब दलित वर्ग हर क्षेत्र में काफी जागरूक हो चुका है ।
इसलिए हरियाणा प्रदेश में बसप -इनेलो दोनों राजनैतिक दलों के लिए केवल और केवल उनकी राजनैतिक खाना पूर्ति है। प्रदेश अध्यक्ष रंगा ने कहा कि दलित वर्ग राजनैतिक तौर पर हर तरह से स्वतंत्र हैं तथा अपने वोट की किस्मत समझता है तथा बसपा व मायावती द्वारा दलितों से किए धोखे को कभी भूल नहीं सकते।