हरियाणा में लोकसभा चुनावों में भी बीजेपी लग चुका है करारा झटका
चंडीगढ। हरियाणा में बीजेपी सरकार ने प्रोपर्टी आईडी और फैमिली आईडी के झोल में लोगों को जिस तरीके से परेशान किया है अब लोग वोट की चोट पर बीजेपी को सबक सिखाने के मूड में दिख रहे है।
इसका ट्रेलर लोकसभा चुनावों में दिखाया जा चुका है। हैरानी की बात तो यह है कि लोकसभा चुनावों में मुंह की खाने के बाद भी बीजेपी के समझ में कुछ नहीं आ रहा।
सरकार ने कैंप लगा कर लोगों की परेशानी को दूर करने का प्रयास किया पर कैंप में वही ढाक के तीन पात वाली बात हो रही है। कर्मचारी व अधिकारी कैंप में भी लोगों को उसी प्रकार निराश करके भेज रहे है जिस प्रकार वे पहले अपने कार्यालयों से लोगों को निराश करते आ रहे थे।
किसी प्रकार की कोई अड़चन आने पर उनके पास कोई समाधान नहीं है। इसी बजह से लोग परेशान पहले भी हो रहे थे और अब भी हो रहे है।
फैमिली आईडी और प्रोपर्टी आईडी को लेकर दफ्तरों के चक्कर काट रहे लोगों से आम तौर पर सुनने को मिल रहा है कि इसका इलाज वोटों में करेंगे।
जिस सरकार ने हमें बिना कारण इस प्रकार के झमेलों में डाला है उसको सबक वोटों में ही सिखाया जा सकता है।
गांव से आने वाले लोग कहते है कि वे अपना काम काज छोड़ कर आईडी के चक्कर में यहां आते है पर कर्मचारी व अधिकारी उनकी समस्या का समाधान करने की बजाय उनके कागजों में कोई कमी निकाल कर या पोर्टल न चलने का बहाना बना कर खाली हाथ लौटा देते है।
ये खेल लंबे समय से चल रहा है। परेशान लोगों ने लोकसभा चुनावों में बीजेपी को ट्रेलर दिखा दिया है और अब विधानसभा चुनावों में पूरी फिल्म दिखाने के मूड में दिख रहे है।
कुल मिला कर कहा जा सकता है कि फैमिली आईडी और प्रोपर्टी आईडी की प्रक्रिया सही न होने से लोगों को जो परेशानी हो रही है उसका खामियाजा बीजेपी को आगामी चुनावों में भुगतना पड़ सकता है।