जिलाध्यक्ष बनते ही दो दिग्गज नेता डॉ. अशोक तंवर व चौ. रणजीत सिंह ने थामा भाजपा का दामन
-जिस पद पर भी रही पार्टी को बुलंदियों तक पहुंचाने का किया काम
-चूल्हे से चौपाल तक का सफर तय कर बन रही महिला शक्ति के लिए प्रेरणा,
सिरसा। लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। लंबे समय से चुनावी रण सजने का इंतजार कर रहे नेताओं का अब चुनावी महाभारत में उतरने का समय आ चुका है। चुनावी मोहरे भी सज चुके हैं। राजनीतिक शह-मात का खेल अब तीव्र गति पकडऩे जा रहा है। पिछले करीब तीन महीनों में प्रदेश की राजनीति के तीन दिग्गज नेता भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं और इन तीनों नेताओं को पार्टी ने लोकसभा के जंग-ए-मैदान में उतार दिया है।
जिनमें सिरसा के पूर्व सांसद अशोक तंवर सिरसा, प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चौ. रणजीत सिंह चौटाला को हिसार से और तीसरे चेहरे के रूप में नवीन जिंदल कोंकुरुक्षेत्र से मैदान में उतार दिया है।
भाजपा ने तंवर को सिरसा व रणजीत सिंह को हिसार सीट से उम्मीदवार बनाया है। इन दोनों नेताओं की भाजपा में ज्वाइनिंग व टिकट मिलने में कहीं न कहीं भाजपा की मौजूदा जिलाध्यक्ष निताशा सिहाग लक्की साबित हुई हैं। चूंकि निताशा को पार्टी ने करीब अढ़ाई माह पूर्व जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। उनके जिला भाजपा की कमान संभालने के बाद राजनीति के उक्त दोनों धुरंधर नेताओं ने भाजपा की विधिवत सदस्यता ग्रहण की।
निताशा इससे पहले भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष के अलावा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री भी रह चुकी हैं। राजकीय जिला कष्ट निवारण समिति की सदस्य हैं। पंचायत समिति ऐलनाबाद का चुनाव सर्वाधिक मंतातर से वे जीत कर अपनी लोकप्रियता का परिचय दे चुकी हैं।
संगठन में बेहतरीन काम करने वे विभिन्न विभागों में सुशासन के लिए उन्हें मानेसर में आयोजित प्रदेश स्तरीय समारोह में अटल अवार्ड-2021 से सम्मानित किया गया। नशे को छोड़ो-रिश्ता जोड़ो जागरूकता मुहिम के लिए निताशा को वर्ष 2020 में सरकार ने राज्य स्तरीय पुरस्कार से नवाजा। एमबीए व एलएलबी शिक्षित निताशा सिहाग की उपलब्धियां के सिलसिले को यहीं विराम नहीं लगता ।
उन्हें मुंबई में आयोजित इंटरनेशनल वूमेंस फार्म में वक्ता के तौर पर शामिल किया गया। पार्टी में उन्हें जो भी दायित्व मिला, उन्होंने उसे पूरी निष्ठा व समर्पण भाव से निभाया और उल्लेखनीय कार्य कर संगठन में अपनी मजबूत पैठ बनाई।
जिला में महिला मोर्चा का संगठन बूथ स्तर तक खड़ा किया और इस दौरान चार महिला सम्मेलनों का सफलतापूर्वक आयोजन किया। संगठन के साथ अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का पालन भी बखूबी किया।
अपने गृहक्षेत्र ऐलनाबाद में वार्ड स्तर पर सफाई अभियान चलाकर लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सेल्फ हैल्प ग्रुप का गठन करने के लिए प्रेरित किया।
निताशा सिहाग ने बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए जन जागरण अभियान चलाया, वहीं नशे के खिलाफ जनमानस में अलख जगाने का काम किया। पर्यावरण संरक्षण के लिए भी वे समय समय पर लोगों को जागरूक करती रहती हैं।
नशे के खिलाफ जनजागरण का संदेश देने जब तत्कालीन सीएम मनोहर लाल सिरसा आए, तो गांव जमाल में निताशा की अगुवाई में महिलाओं ने 3 किलोमीटर लंबी चैन बनाई, जिसका उल्लेख खुद मनोहर लाल ने अपनी जनसभा में किया।
पार्टी व समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का बेहतर ढंग से पालन करने पर पार्टी आलाकमान ने उन्हें सिरसा जिला की कमान सौंप दी। इसी साल की 3 जनवरी को निताशा ने बतौर भाजपा जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली।
उन्हें जिलाध्यक्ष बनाना भाजपा के लिए लक्की साबित हुआ। उनके जिलाध्यक्ष बनने के 17वें दिन ही कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं सिरसा के पूर्व सांसद रहे अशोक तंवर की भाजपा में एंट्री हो गई। इतना ही नहीं दो दिन पहले ही रविवार के दिन निताशा ने प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर एवं रानियां विधानसभा से निर्दलिय चौ. रणजीत सिंह को भाजपा कार्यालय में पार्टी का विधिवत सदस्य बनाया।
पार्टी के लिए जहां निताशा के कदम मंगलकारी साबित हो रहे हैं, वहीं इन दोनों नेताओं को लोकसभा टिकट मिलना इनके लिए भी शुभदायक रहा।