विद्यार्थियो का हॉलिस्टिक डेवलपमेंट हैं बहुत आवश्यक है: डॉक्टर सुशील मित्तल
हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के साथ सर्वांगीण विकास करना : डॉ. ढींडसा
सिरसा 20 मार्च 2024: जेसीडी बिजनेस मैनेजमेंट कॉलेज में आज दो दिवसीय मैनेजमेंट फेस्ट यूफोरिया -2024 के पहले दिन की प्रतियोगिताओं का शुभारंभ रिबन काटकर बतौर मुख्यातिथि डॉ सुशील मित्तल वाइस चांसलर पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी जालंधर और इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा द्वारा संयुक्त रूप से किया गया ।
इस कार्यक्रम की संयोजक कालेज की प्राचार्या डॉक्टर हरलीन कौर थी । इस मौके पर उनके साथ जेसीडी विद्यापीठ के कुलसचिव डॉक्टर सुधांशु गुप्ता के अलावा विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य गण डॉ. जयप्रकाश, डॉ. अरिंदम सरकार, डॉ. अनुपमा सेतिया, डॉ शिखा गोयल एवं डॉक्टर दिनेश कुमार उपस्थित रहे।
इस अवसर पर डॉ. हरलीन कौर ने मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथि गण का हरे पौधे देकर स्वागत किया। उन्होंने स्वागत करते हुए कहा की यह संस्थान हमेशा से ही विद्यार्थियों के मनोरंजन के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है । उन्होंने कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि इन दो दिवसीय प्रतियोगिताओं को चार भागों में बांटा गया है,
रचनात्मक एक्टिविटीज में सौंदर्य लाउंज, द वुडन चम्मच,चमकदार और चमकदार नाखून,हीना छत्ता,रंग के छींटे,खिताब-ए-दस्तार सांस्कृतिक एक्टिविटीज मेंटॉम की धुन,शेल्बी स्पिन, एक टैंगो के लिए दो, गैंगस्टर जीव, मजाक जंक्शन तथा आइंस्टीन क्लब में मानसिकता मेल, शब्दों का युद्ध,महफ़िल-ए-बयान, आंदोलन की प्रेरणा, रहस्य पथ तथा मसल पावर एक्टिविटीज में जिंगी जेस्ट, पकड़ हाथापाई, मांसपेशी मैना, धीमी गति वाली लाशें,जीवन आकार लूडो,बोरा दौड़, एड़ी दौड़ आदि ।
जिनमें विद्यार्थी पूर्ण उत्साह, जोश एवं उमंग से हिस्सा लेकर अपनी-अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिरसा में पहली बार जेसीडी विद्यापीठ में स्पोर्ट्स इवेंट्स में ऑफरोडिंग प्रतियोगिता शामिल की गई है जो कि डेजर्ट राइडर्स क्लब के द्वारा करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को वास्तविक रूप में मैनेजमेंट एवं मार्केटिंग में निपुण बनाना है और फेस्टिवल के जरिए विद्यार्थियों को अपने मैनेजमेंट कौशल को बढ़ाने का मौका दिलाना है।
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉक्टर कुलदीप सिंह ढींडसा ने आईबीएम कॉलेज के स्टाफ एवं सभी विद्यार्थियों को इस आयोजन हेतु बधाई प्रेषित की । उन्होंने सर्वप्रथम मुख्य अतिथि के प्रोफाइल को प्रस्तुत किया । डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि ‘नेतृत्व अपने बारे में नहीं है; यह दूसरों के विकास में निवेश करने के बारे में है,’ केनेथ हार्टले का एक उद्धरण सभी की प्रगति की दिशा में काम करने के लिए डॉ. मित्तल के जुनून और दृढ़ता को व्यक्त करता है। उनके नेतृत्व गुणों और क्षमता का उदाहरण पंजाब राज्य में अग्रणी शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों के उनके विविध अनुभव से मिलता है। वह नवंबर 2021 से एसबीएस स्टेट यूनिवर्सिटी, गुरदासपुर के कुलपति के रूप में कार्यरत थे।
उनके लगातार प्रयासों और प्रशासनिक कौशल ने एक वर्ष में एसबीएस विश्वविद्यालय के राजस्व सृजन में 30% की वृद्धि और इसके प्रवेश में 60% का सुधार किया। इसके अलावा कई अन्य प्रशंसनीय प्रशासनिक सुधार और कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किया गया। वह एसबीएस स्टेट यूनिवर्सिटी में पीएचडी कार्यक्रम शुरू करने वाले व्यक्ति थे। इससे पहले, उन्होंने दो दशकों से अधिक समय तक थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में भी काम किया और उप निदेशक, अनुसंधान और प्रायोजित परियोजनाओं के डीन और रसायन विज्ञान स्कूल के प्रमुख जैसे पदों पर काम किया।
मैं प्रोफेसर सुशील मित्तल को उनकी बहुमुखी प्रतिभा के लिए सलाम करता हूं, क्योंकि वह एक साथ तीन विश्वविद्यालयों, पीटीयू सरदार बेअंत सिंह (एसबीएस) स्टेट यूनिवर्सिटी गुरदासपुर और शहीद भगत सिंह स्टेट टेक्निकल कैंपस, फिरोजपुर के कुलपति हैं।
मुख्य अतिथि डॉ सुशील मित्तल ने कहा कि कॉलेज के दौरान कुछ बच्चे हमेशा पढ़ाई में व्यस्त रहते हैं, वे कॉलेज में होने वाली को-करिकुलर एक्टिविटी में भाग नहीं लेते। पढ़ाई करने से उनका किताबी ज्ञान तो बढ़ जाता है लेकिन व्यक्तिगत विकास में वे पीछे रह जाते हैं। को-करिकुलर एक्टिविटी कॉलेज के जीवन का अनिवार्य हिस्सा है। प्रत्येक छात्र को इसमें भाग लेना चाहिए। इससे उन्हें हर रोज कुछ नया सीखने में मदद मिलेगी। को-करिकुलर एक्टिविटी में भाग लेने से छात्रों को समय प्रबंधन करने में मजबूती मिलती है।
बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए को-करिकुलर एक्टिविटी बहुत जरूरी हैं। रिसर्च से पता चला है कि अलग-अलग गतिविधियों में भाग लेने से बच्चों का दिमाग सक्रिय होता है, क्योंकि उनके पास उन गतिविधियों को छोड़ने का विकल्प नहीं होता।रचनात्मक और विश्लेषणात्मक रूप से सोचने की क्षमता विकसित होती है। बच्चे तनाव से दूर रहते हैं।लक्ष्य की ओर काम करने के लिए प्रेरित होते हैं। उनमें समस्या समाधान कौशल विकसित होता है।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का हॉलिस्टिक डेवलपमेंट बहुत आवश्यक है। डॉ. ढींडसा ने कहा कि अगर विद्यार्थी लग्न एवं ईमानदारी से किसी कार्य को करते हैं तो उनको कामयाबी अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि मनोरंजन के साथ-साथ बेहतर ज्ञान व शिक्षा हासिल करें ताकि आप कामयाबी हासिल कर सकें यही चौ. देवीलाल जी का स्वप्न था जिसे साकार करने हेतु हम सदैव प्रयासरत है।
डॉ. ढींडसा ने कहा कि हमारा उद्देश्य हमारे विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के अलावा उन्हें बेहतर नागरिक बनाना भी है ताकि वे समाज ही नहीं अपितु अपने सम्पूर्ण राष्ट्र में एक अलग पहचान कायम कर सकें। उन्होंने कहा कि जेसीडी विद्यापीठ में व्याप्त चारों ओर का स्वच्छ वातावरण तथा बेहतर माहौल जहां विद्यार्थियों को बेहतर ज्ञान प्रदान करने के लिए सक्षम है, वहीं यहां के विद्यार्थी अन्य गतिविधियों में भी अग्रणी है।
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों का बेहतर प्रबंधन शिक्षा के साथ सर्वांगीण विकास करना है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रबंधन के विद्यार्थियों की ऐसे कार्यक्रमों में अधिक से अधिक भागीदारी होती है, इसलिए वे स्वयं अपने अनुभव से बेहतर सीखते हैं, जो कि लम्बे समय तक उन्हें स्मरण रहता है।
उन्होंने कहा कि जेसीडी आईबीएम द्वारा आयोजित प्रबंधन मस्ती मेला अपने आप में एक अनोखा एवं सराहनीय कार्यक्रम है तथा विद्यार्थी इसका खूब लुत्फ उठा रहें हैं और अपनी इच्छा अनुसार प्रतियोगिताओं में प्रतिभा का प्रदर्शन दे रहें हैं । आंसर आता होगा कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथिगण को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । मुख्य अतिथि द्वारा विजेता विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।