सिरसा। हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 के परिणाम पर नजर डालें तो साफ हो रहा है कि इस में सबसे अधिक जेजेपी को नुकसान हुआ है। हालांकि बीजेपी, कांग्रेस व इनेलो की सीटों बढ़ी हैं पर जेजेपी की सीटें 10 से शून्य पर सिमट गई।
वर्ष 2019 में जेजेपी को 14.80 प्रतिशत वोट मिले थे और 10 सीटों पर जीत हासिल की थी, पर इस बार जेजेपी का वोट प्रतिशत 0.90 पर ही सिमट गया। इस बार जेजेपी ने 66 सीटों पर चुनाव लड़ा में जिसमें से 36 सीटें ऐसी हैं जहां पर एक हजार से भी कम वोट प्राप्त हुए।
जेजेपी के प्रत्याशियों में बात करें तो डबवाली से दिग्विजय सिंह चौटाला को सबसे अधिक 35261 वोट मिले और वे तीसरे स्थान पर रहे। 2019 की सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे दुष्यंत चौटाला को उचाना कलां से 7950 ही वोट मिले हैं।
पार्टी हार के कारणों पर मंथन कर रही है। अगर बीजेपी के साथ सरकार में रहने से पार्टी को नुकसान हुआ है तो खुद बीजेपी पार्टी को क्यों नहीं हुआ यह भी एक सवाल है।
जेजेपी कहां से कितने वोट मिले
आदमपुर से 1297, अंबाला कैंट से 809, अटेली से 1748, बाढडा से 1321, बडखल से 659, बादली
से 519, बादशाहपुर से 441, बडौदा से 605, बरवाला से 481, बवानीखेडा से 997, बेरी से 1119,
डबवाली से 35261, दादरी से 1917, ऐलनाबाद से 1593, फरीदाबाद एनआईटी से 8774, फतेहाबाद
से 3249, फिरोजपुर झिरका से 720, गन्नौर से 343, गढी सांपला से 480, घरौंडा से 472, गोहाना से
608, गुहला से 5768, गुडगांव से 220, हांसी से 516, हथीन से 5699, हिसार से 439, होडल से 281,
इंद्री से 1187, इसराना से 419, झज्जर से 1836, जींद से 1014, जुलाना से 2477, कैथल से 1910, क
लानौर से 1911, कालांवाली से 1401, कलायत से 2154, करनाल से 269, खरखौदा से 207, कोसली
से 310, लाडवा से 205, लोहारू से 831, मुलाना से 1566, नलवा से 3891, नांगल चौधरी से 576,
नारनौल से 440, नारनौंद से 735, नरवाना से 1547, नूंह से 1570, पंचकुला से 1153, पानीपत ग्रामीण
से 381, पटौदी से 963, पेहवा से 1253, राई से 306, रतिया से 1000, रोहतक से 268, सफीदों से 8
14, समालखा से 848, शाहबाद से 431, सिरसा से 1762, थानेसर से 385, तिगांव से 854, टोहाना से
591, तोशाम से 2175, उचाना कलां से 7950, उकलाना से 1218, यमुनानगर से 494 वोट प्राप्त हुए।