अंबाला, 01 मार्च। हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान उपद्रव मचाने वालों की पहचान कर उनके पासपोर्ट और वीजा रद्द करने की पुलिस द्वारा दी गई चेतावनी पर राज्यसभा सदस्य और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले ने अंबाला के एसपी जशनदीप सिंह रंधावा को पत्र लिख कर कई सवाल उठा दिए हैं।
दिल्ली कूच के लिए निकले किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 13 फरवरी से हजारों किसान धरने पर इस लिए बैठे हैं, क्योंकि आगे रास्ते बंद किए हुए है। अब तक किसान दिल्ली कूच के लिए संघर्ष कर कई किसानों की मौत हुई हो चुकी है व कई घायल भी हुए हैं। पुलिस द्वारा किसान आंदोलन में उपद्रव मचाने वालों की ड्रोन से वीडियोग्राफी कर पहचान की जा रही है। पुलिस ने उपद्रव मचाने वाला के वीजा और पासपोर्ट रद्द करने की चेतावनी दी है।
सांसद गोखले पत्र लिख कर एसपी अंबाला से पूछा है कि पासपोर्ट अधिनियम के किस प्रावधान के तहत पुलिस आंदोलनकारी किसानों के पासपोर्ट व वीजा रद्द करने की कार्रवाई कर रही है ? गोखले ने ट्वीट (एक्स) पर भी लेटर की कॉपी और डीएसपी जोगिंदर शर्मा के बयान डाला है। गोखले ने पुलिस से सवाल किया है कि क्या पुलिस सीधे विदेशी उच्चायोग से संपर्क कर रही है ? जिसमें विदेश मंत्रालय का सहयोग नहीं लिया जा रहा है।
पुलिस ने कितने आंदोलनकारी किसान चिह्नित किया हैं। कितनों पर एफआईआर किस प्रावधान के तहत दर्ज की गई है ? राज्यसभा सांसद ने पुलिस से अपने सवालों की पांच दिन के भीतर जानकारी मांगी है।