(21 दिसंबर) / हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला जी का शुक्रवार को गुरुग्राम में निधन हो गया। वह 89 साल के थे। शनिवार 21 दिसंबर को उनके पैतृक गांव चौटाला में उनका अंतिम संस्कार किया गया जहां नवीन जयहिन्द ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
जयहिन्द ने बताया कि चौटाला साहब बहुत मजबूत व हिम्मत वाले आदमी थे। आज के दिन किसी नेता में इतनी हिम्मत नहीं होगी कि 75 साल की उम्र में दस साल की सजा की जेल काटकर ज़िंदा वापिस आ जाएगा।
साथ ही जयहिन्द ने कहा लोग चौटाला साहब की पॉलिसी व काम से सहमत ना हो कोई बात नहीं, लेकिन इस बात में कोई आपति नहीं होनी चाहिए कि चौटाला साहब बहुत हिम्मत वाले आदमी थे।
जयहिन्द ने कुछ पुराना यादें साझा करते हुए बताया कि अन्ना आंदोलन के दौरान गुरुग्राम के एक मेडिकल में अन्ना जी एडमिट हुए थे और मैं उनके साथ था। उसी मेडिकल में चौटाला जी भी एडमिट थे।
चौटाला साहब को पता चलने पर उन्होंने मुझे बुलाया और मेरा नाम व पता पूछा। मेरे बताने पर उन्होंने झट से बता दिया कि तुम्हारे गांव के नाम पर दौ गांव है तुम कौनसे गांव के हो,
उसके बाद एक गांव में चौटाला साहब द्वारा जनता दरबार लगाया गया था उसमें हमने नारे लगाए तो उन्होंने तुरंत मुझे पहचान लिया। मैने उस समय देखा कि इतनी ज्यादा उम्र में भी याददाश इतनी तेज होना आम बात नहीं है।
चौटाला साहब ने 87 साल की उम्र में जेल से ही 10वीं की परीक्षा दी और मेरिट में पास हुए। बेशक वे बहुत बुद्धिमान थे और उनसे हमें ओर आज के बच्चों को प्रेरणा लेनी चाहिए।