हिसार। पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रो. सम्पत सिंह ने जारी एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 का जो अनुमानित बजट पेश किया है इससे आगामी वित्तीय वर्ष में प्रदेश और अधिक कर्जें में डुबेगा। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2014- 15 में जहां कर्ज 70931 करोड रुपये था आगामी वित्तीय वर्ष में यह 317982 करोड रुपये हो जाएगा जोकि वित्तीय वर्ष 2014-15 के मुकाबले साढे चार गुणा बढोतरी होगी और जब भारतीय रिजर्व बैंक और आडिटर जनरल की रिपोर्ट आएगी तो कर्ज का आंकडा इससे भी ओर अधिक होगा।
बजट की सच्चाई को छुपाने के लिए सरकार ने अनुमानित आंकडों के बजाये अपने संशोधित आंकडों का प्रयोग किया है। पिछली वित्तीय वर्ष में कुल अनुमानित खर्च 183949 करोड रुपये के मुकाबले आगामी वित्तीय वर्ष में केवल तीन प्रतिशत की बढोतरी करके 189876 करोड रुपये दिखाया है जिसे मंहगाई खा जाएगी। प्रो. सम्पत सिंह ने कहा कि इस बजट में राजकोषिय घाटा 33274 करोड दर्शाया गया है, जबकि इसको पाटने के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
पुंजीगत व्यय चालू वित्तीय वर्ष के मुकाबले कम होगें। ऋ णों की अदायगी, वेतन व पेंशन पर खर्च लगभग बजट का 70 प्रतिशत यानी विकास, सामाजिक सेवाएं व अन्य विभागों के कार्यों पर 30 प्रतिशत से कम ही खर्च होगा। इसका सीधा असर कृषि, सिंचाई विभाग, खाद्यान्न खरीद, व्यय का पुंजीगत व्यय, तकनीकी शिक्षा, ट्रांसपोर्ट, सिविल एविएशन, शहरी विकास, उद्योग व व्यापार, और जनस्वास्थ्य विभागों पर आगामी वित्तीय वर्ष में बजट चालू वित्तीय वर्ष के मुकाबले बजट इन विभागों में घटाया गया है।